वजन को घटाने में विटामिन्स बहुत हीं महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। अगर आप मोटे हैं यानि अगर आपका वजन सामान्य से ज्यादा है तो आपको निम्नलिखित विटामिन्स का सेब न करना चाहिए।
विटामिन सी
विटामिन सी वजन को कम करने में बहुत हीं महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह विटामिन आपके शरीर की मेटाबोलिज्म प्रक्रिया को तेज करता है। {मेटाबोलिज्म वह प्रक्रिया होती है जो शरीर में जमी अनावश्यक चर्बी (वसा) को गलाती है}। यूँ तो विटामिन सी के सैकड़ों फायदे हैं जैसे यह विटामिन आपकी रोग प्रतिक्षण प्रणाली को मजबूत करता है। अगर आपकी रोग प्रतिरक्षण प्रणाली दुरुस्त नहीं रहेगी तो ढेर सारे रोग आपके शरीर पर हमला कर देंगे। विटामिन सी फ्री रेडीकल्स को फैलने से रोकता है, उन्हें नष्ट करता है ताकि भविष्य में वे कैंसर का कारण न बनें। (जी हाँ! फ्री रेडीकल्स हीं कैंसर का कारण बनते हैं।)
कई अन्य विटामिन्स एवं खनिज भी तभी अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर पाते हैं जब उन्हें विटामिन सी का साथ मिलता है।
अगर आप अपना वजन कम करना चाहते हैं तो आपको रोजाना कम से कम 500mg से 1000 mg विटामिन सी अवश्य लेनी चाहिए।
ढ़ेर सारे ऐसे फल हैं जिनमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में होता है जैसे अमरुद, पके आम, सेब , पपीता, संतरे, खरबूज, तरबूज इत्यादि। अगर आपमें रोजाना सेब खरीद कर खाने का सामर्थ्य नहीं हो तो अमरुद का सेवन करें। अमरुद सेब से भले हीं बहुत सस्ता होता है लेकिन गुण के मामले में यह फल सेब से किसी भी मामले में कम नहीं होता। इसमें विटामिन सी प्रचुर मात्रा में तो होता हीं है और भी ढेर सारे विटामिन्स एवं खनिज होते हैं जो पेट की कई बीमारियों को ठीक करते हैं एवं आपके मोटापे को कम करते हैं। कच्चे अमरुद मधुमेह के मरीजों को भी अत्यंत हीं लाभ पहुंचाते हैं।
आंवला विटामिन सी का एक तरह से सर्वश्रेष्ट स्रोत माना जाता है लेकिन चूँकि यह सालों भर उपलब्ध नहीं हो पाता इसलिए बहुत से लोग इसका नियमित रूप से सेवन नहीं कर पाते। निम्बू भी विटामिन सी का बहुत हीं अच्छा स्रोत माना जाता है। यह आसानी से उपलब्ध हो जाता है और सालों भर मिलता है। इसलिए आप पीले निम्बू के रस का अगर नियमित रूप से सेवन करेंगे तो आपका वजन निश्चित रूप से घटता जायेगा। लहसुन में भी यह विटामिन काफी मात्रा में मौजूद रहता है।
विटामिन बी 1
विटामिन बी 1 को थाईमीन के रूप में भी जाना जाता है। यह विटामिन चीनी (यानि शुगर ) को उर्जा में तब्दील करता है। इस तरह आपके शरीर में अनावश्यक चर्बी का जमाव नहीं हो पाता। यह विटामिन खाद्य पदार्थ में मौजूद वसा एवं कार्बोहाईड्रेट को भी उर्जा में परिवर्तित करता है। इस तरह जब आप व्यायाम करते हैं तब आपको इस विटामिन की वजह से ताकत प्राप्त होती रहती है और आपको थकान नहीं होती। शराब की मौजूदगी में इस विटामिन का शोषण नहीं हो पाता; यह भी एक कारण है जिसकी वजह से शराबी लोग अक्सर मोटे पाए जाते हैं और अगर वे अपना वजन कम करना चाहते हैं तो उन्हें मोटापा कम करने में लम्बा समय लगता है।
साबुत गेहूं, जई, मांस, मछली, लहसुन, सोयाबीन वगैरह इस विटामिन के अच्छे स्रोत माने जाते हैं। तुलसी के पत्ते भी इस विटामिन से भरपूर होते हैं। आपको यदि वजन कम करना हो तो रोजाना सुबह सुबह तुलसी के लगभग 10 ताजे पत्ते चबाया करें। यह विटामिन आपकी तंत्रिका तंत्र को भी मजबूत करता है जिसकी वजह से आप पर तनाव या डिप्रेशन हावी नहो हो पाता। तनाव से ग्रस्त व्यक्ति का शरीर भी विटामिन बी 1 को ग्रहण नहीं कर पाता जिसकी वजह से कहा जाता है कि तनाव से मोटापा बढ़ता है।
विटामिन बी 2
यह विटामिन भी आपकी तंत्रिका तंत्र को दुरुस्त करता है एवं वसा, प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट इत्यादि को उर्जा में तब्दील करता है। यह विटामिन मेटाबोलिज्म को तेज करने में उत्प्रेरक का काम करता है जिसकी वजह से आपके शरीर में मौजूद अनावश्यक चर्बी कम होती है और आपका वजन घटता है।
साबुत अनाज, अंडे, बादाम, पनीर, हरी पत्तेदार सब्जियों में यह विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। तुलसी के पत्तो में भी यह विटामिन पाया जाता है। इन खाद्य पदार्थों का सेवन करने से आपका वजन धीरे धीरे कम होने लगता है।
विटामिन बी 3
थाईरोड़ ग्लैंड्स में गड़बड़ी के कारण भी मेटाबोलिज्म धीमा होने लगता है और आपका वजन बढ़ने लगता है। विटामिन बी 3 के कारण थाईरोड़ ग्लैंड्स से उचित मात्रा में थाईरोड़ हार्मोन्स का स्राव होता है जिसकी वजह से आपके शरीर की मेटाबोलिज्म प्रक्रिया तेज होती है और आपका वजन कम होता है।
चिकन, अंडे, जई, साबुत अनाज , तुलसी के पत्ते, लहसुन, मछली इत्यादि ऐसे खाद्य पदार्थ होते हैं जिनमें यह विटामिन मौजूद रहता है। अगर आप चिकन खाने के शौक़ीन हैं तो ध्यान रखें कि चिकन की त्वचा में बहुत मात्रा में चर्बी होती है जो आपके वजन को घटाने की बजाये बढ़ाएगी। अतः चिकन को बिना त्वचा के खाएं।
विटामिन बी 6
विटामिन बी 6 भी वजन को कम करने में बहुत हीं अहम् भूमिका निभाता है। यह विटामिन थाईरोड़ की ग्रंथियों के लिए बहुत हीं फ्यादेमंद है जिसकी वजह से सभी हारमोंस का ठीक से निर्माण होता है एवं आपके शरीर की मेटाबोलिक रेट तेज होती है। इस तरह आपका वजन कम होता जाता है।
विटामिन बी 12
विटामिन बी 12 को कोबलामिन भी कहा जाता है। इस विटामिन को उर्जा प्रदान करने वाला विटामिन भी कहा जाता है क्योंकि यह विटामिन आपके द्वारा ग्रहण किये गए खाद्य पदार्थों को उर्जा में तब्दील करता है मसलन यह वसा , कार्बोहाईड्रेट , प्रोटीन , ग्लूकोज इत्यादि को उर्जा में परिवर्तित करता है। इस विटामिन की वजह से आपके शरीर का मेटाबोलिज्म तेज होता है जिससे आपका वजन कम होता है।
विटामिन बी 12 की कमी से कमजोरी आती है एवं थकान तथा आलस्य रहता है। इस विटामिन की कमी से कई मानसिक बीमारियाँ भी उत्पन्न होती हैं जिनके लिए किये गए इलाज (दवाइयों) से वजन बढ़ता है।
अगर आप मांसाहारी हैं तो आप मछली, अंडे, मांस, केकड़े, इत्यादि खाकर विटामिन बी 12 की पूर्ति कर सकते हैं और यदि आप शाकाहारी हैं तो आप इस विटामिन की प्राप्ति के लिए पनीर, तुलसी के पत्ते, पालक इत्यादि का सेवन किया करें।
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