इस तरह के दूध का सेवन हो सकता है नुकसानदेह

- डेयरी प्रोडक्ट शरीर को पोषण देने के लिये आवश्यक होते हैं।
- दूध हमारे भोजन में बेहद महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखता है।
- टोंड व स्किम्ड दूध में शुगर की मात्रा भी थोड़ी ज्यादा होती है।
- गाय के फुल फैट दूध में वसा की मात्रा केवल 3.7 प्रतिशत होती है।
डेयरी प्रोडक्ट हमारे शरीर को पोषण देने के लिये बेहद जरूरी होते हैं, ये हमारे लिये प्रोटीन और विटामिन आदि के प्रमुख श्रोत होते हैं। खासतौर पर दूध एक ऐसा पेय है, जो हमारे भोजन में महत्वपूर्ण हिस्सेदारी रखता है। लेकिन क्या हम दूध का सही तरीके से सेवन कर रहे हैं? या सभी प्रकार के दूध हमारे लिये सही हैं? चलिये विस्तार से जानें -
लोग अकसर फैट से बचने व कम कीमत में मिलने आदि के चलते स्किम्ड (skimmed) अर्थात क्रीम निकले व टोंड या फिर डबल टोंड दूध का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन ये दूध स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। टोंड दूध से पोषण कम मिल पाता है और इसमें शुगर की मात्रा भी थोड़ी ज्यादा होती है। ऐसी ही कुछ और कम वसा वाले डेयरी उत्पाद हैं जिसका सेवन सेहत के लिये अच्छा नहीं है।
पौष्टिक नहीं होता है टोंड दूध
टोंड दूध में विटामिन ए, डी, ई और के मौजूद होते हैं और इन्हें अवशोषित करने के लिये शरीर को वसा की जरूरत भी होती है। सात ही वसा युक्त दूध से बनी एक कप चाय पीने बर से ही आपकी रोजाना की विटामिन की 5 प्रतिशत जरुरत की पूर्ती हो जाती है। इससे आपको दैनिक आवश्यकता का 20 प्रतिशत राइबोफ्लेविन भी मिल जाता है। इस मायने में आपके लिये ताज़ा दूध टोंड या स्किम्ड दूध से कहीं बेहतर होता है।
स्किम्ड दूध पीना भी सही नहीं
सभी प्रकार के दूध में फैट की मात्रा अधिक नहीं होती। ज्यादातर लोग फैट अधिक होने की वजह से क्रीम रहित दूध का सेवन करते हैं। लेकिन गाय का दूध आपके लिये सबसे बेहतर विकल्प होता है। गाय के फुल फैट दूध में वसा की मात्रा केवल 3.7 प्रतिशत होती है। साधारण दूध केवल तब हाई फैट की श्रेणी में आता है, जब ये मात्रा 20 प्रततिशत से अधिक होती है। इसलिए स ही मायने में स्किम्ड दूध का सेवन भी सेहत के लिए अच्छा नहीं है।
स्किम्ड दूध के साथ एक परेशानी और है। लोग अकसर सोचते हैं की इस दूध में शुगर नहीं मिलाई जाती, लेकिन ये गलत है। वसा निकालने के बाद उसकी भरपाई करने के लिए स्किम्ड दूध में कई मीठे तत्व मिलाए जाते हैं, जोकि सेहत के लिये ठीक नहीं होते हैं। ताज़ा दूध लाने में आपको थोड़े अधिक पैसे और मेहनत तो लगती है, लेकिन पैक्ड दूध से आधी मात्रा में भी ये आपके लिये कहीं अधिक पौष्टिक और सुरक्षित होता है।
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Source: ओन्ली माई हैल्थ सम्पादकीय विभाग Apr 07, 2016
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