शिशुओं को एलर्जी, संक्रमण और चक्तों से बचाने के लिए माताएं अपनाएं ये 5 टिप्स, नवजात रहेगा सुरक्षित

नवजात शिशुओं के बारिश के दिनों में बीमार होने की संभावना ज्यादा होती है इसलिए उन्हें संक्रमण से बचाने पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। इस कारण से बच्चों को जलन, बैक्टीरियल एलर्जी, फंगल संक्रमण और चकत्ते हो सकते हैं। 
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शिशुओं को एलर्जी, संक्रमण और चक्तों से बचाने के लिए माताएं अपनाएं ये 5 टिप्स, नवजात रहेगा सुरक्षित

मानसून के दिनों में अपने नवजातों की देखभाल करना माताओं के लिए टेढ़ी खीर साबित होता है। माताओं को अपने नवजात शिशुओं को पोषण देने और स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास करने पड़ते हैं। मानसून के आगमन के साथ माताओं के लिए अपने शिशुओं को गर्मी से बचाने के साथ तापमान में आई गिरावट और आर्द्रता में वृद्धि से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं से बचाने के लिए खासी मेहनत करनी पड़ती हैं क्योंकि इस कारण से बच्चों को जलन, बैक्टीरियल एलर्जी, फंगल संक्रमण और चकत्ते हो सकते हैं।

चूंकि नवजात शिशुओं के बारिश के दिनों में बीमार होने की संभावना ज्यादा होती है इसलिए उन्हें संक्रमण से बचाने पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। अगर आप भी हाल ही में मां बनी है और इस बात को लेकर परेशान हैं कि इस बारिश में अपने बच्चों को एलर्जी या संक्रमण से कैसे बचाएं तो हम आपको ऐसे 5 सुझाव देने जा रहे हैं, जो इसमें आपकी सहायता कर सकते हैं।

मानसून से पहले जांचें अपना घर

मानसून के दौरान कई प्रकार की समस्याएं सामने आती हैं जैसे घर में दरार होने से लीक, नमी और इस समस्या से निजात पाने के लिए दरवाजों और खिड़कियों की जांच करें, ताकि आने वाले सीज़न में कोई परेशानी न हो। इसके अलावा अपने घर के कोनों की जांच करें और वहां उगने वाले किसी भी फंगस की साफ करें।

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पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों पर विचार करें

अपने नवजातों को कीटाणुओं से मुक्त रखने के लिए प्लास्टिक में बंद पानी और प्लास्टिक-आधारित वस्तुओं का उपयोग करने के बजाय पर्यावरण के अनुकूल चीजों का उपयोग करने पर विचार करें। इको-फ्रेंडली वाइप्स 100 फीसदी प्लांट बेस्ड फैब्रिक से बने होते हैं, जो डर्मेटोलॉजिकली टेस्ट किए गए, बायोडिग्रेडेबल, एक्स्ट्रा स्ट्रॉन्ग और वेल्वेटी-सॉफ्ट, शिशुओं की त्वचा के अनुरूप होते हैं।

एलर्जी से रखें अपने नवजातों को दूर

सुनिश्चित करें कि आपका शिशु विशिष्ट प्रदूषकों और एलर्जी से दूर रहे क्योंकि कुछ शिशुओं को एलर्जी बहुत जल्दी होती है। अगर आप बच्चे के शरीर पर किसी भी प्रकार दाने, लालिमा या अन्य लक्षणों को नोटिस करते हैं तो तुरंत अपने चिकित्सक से परामर्श लें।

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अपने नवजात को सूखा रखें

अपने नवजात का समय-समय पर डायपर बदलें ताकि वह रैशेज से बचा रहे। सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा हमेशा सूखा रहे और उसे सूखे कपड़े ही पहनाएं क्योंकि अक्सर धोने के बाद यह ठंडा और नम रह सकता है, जिसके परिणामस्वरूप आपके बच्चे को बुखार या ठंड लग सकती है।

उन्हें मच्छरों से बचाएं

ध्यान रखें कि सुबह और शाम के वक्त आपके दरवाजें और खिड़कियां हमेशा बंद रहें ताकि मच्छर या अन्य कीट आपके घर में दस्तक न दे सकें। मच्छरों के कारण होने वाली मलेरिया और डेंगू जैसी गंभीर बीमारियों से बचने के लिए प्राकृतिक कीट रिपेलेंट्स, बेड नेट और मेष खिड़कियों का उपयोग करें। अपने बच्चे को ऐसे कपड़े पहनाएं, जिससे त्वचा तक कोई पहुंच न हो।

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