चाय दिला सकती है कैंसर से निजात

चाय में पॉलीफिनॉल और एंटीऑक्‍सीडेंट मिला होता है, जो कैंसर व अन्य कई रोगों में काफी फायदेमंद होता है। चायों के कई प्रकार होते हैं जिनके अलग-अलग लाभ हैं।
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चाय दिला सकती है कैंसर से निजात

आमतौर पर सभी लोग चाय पीने के आदी होते हैं, कुछ ही लोग होते हैं जो चाय से परहेज करते हैं। कुछ लोग तो चाय चुस्ती-फुर्ती के लिए पीते हैं तो कुछ नींद भगाने के लिए। जबकि कुछ लोग स्वाद के लिए चाय पीते हैं। कुछ भी हो लोग चाय पीने का बहाना तलाशते रहते हैं जबकि कुछ लोग सुबह और शाम नियमित रूप से चाय पीते हैं। दरअसल, चाय है ही इतनी गुणकारी। लेकिन आपको जानकर खुशी होगी कि उचित मात्रा में चाय कैंसर से सुरक्षा करती है क्‍योंकि इसमें पॉलीफिनॉल और एंटीऑक्‍सीडेंट मिला होता है। इन दोनों के प्रभाव कैंसर से लड़ने के लिए बहुत मदद करते हैं। आइये जानते हैं कि कैंसर में चाय के क्या फायदे होते हैं।

 

चाय में कॉफी की बनस्पद कम कैफीन होती है। आमतौर पर कॉफी में चाय से दोगुनी अधिक कैफीन पाई जाती है। आठ औंस कप की कॉफी में 135 मिलीग्राम के आसपास कैफीन होता है, वहीं पर चाय के प्रति कप में केवल 30 से 40 मिलीग्राम कैफीन होता है। यदि कॉफी पीने से आपको अपच, सिर दर्द या सोने में कोई परेशानी आती है, तो आप चाय को इसके विकल्प की तरह चुन सकते हैं।

 

 

Tea For Cancer

 

 

  • चाय गुणों की खान है लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि आप चाय किस तरह की पी रहे हो। यानी आपकी चाय किस तरह की है, ग्रीन टी, लेमन टी, दूध की चाय या हर्बल टी।
  • जी हां, चाय के प्रकार पर निर्भर करता है कि पीने वाली चाय में कितने गुण है।
  • क्या आप जानते हैं चाय से सिर्फ फुर्ती ही नहीं आती बल्कि कैंसर जैसी कई बीमारियों से भी निजात पाई जा सकती है।
  • हालांकि चाय पीने के कई फायदे हैं लेकिन इसके फायदों में ये नई बात सामने आई है कि चाय से कैंसर से भी निजात पाई जा सकती है।
  • हाल ही में हुए शोधों में ये बात साबित हुई है कि जो लोग रोज एक कप चाय पीते हैं उनमें कैंसर के सेल्स पनपने की संभावना कम हो जाती है।
  • अगर आप चाहते हैं कि आपमें कैंसर के सेल्स ना पनपे तो आपको रोज एक कप चाय का लेना चाहिए।
  • जिन लोगों में भ्रम है कि चाय पीने के नुकसान होते हैं, तो उन लोगों को अब अपने मन से ये भ्रम निकाल देना चाहिए कि उनको चाय पीने से कोई नुकसान होगा। 
  • बल्कि अब आप बिना डरे आराम से चाय पी सकते हैं लेकिन आपको इस बात का ख्याल रखना होगा कि यदि आप दूध वाली चाय ले रहे हैं तो दूध की मात्रा चाय में कम रखें या फिर टोंड दूध का इस्तेमाल करें। इसके अलावा आप लेमन टी, ग्रीन टी या ब्लैक टी भी ले सकते हैं, इसका भी उतना ही फायदा हो। बल्कि इनमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट से आपको और अधिक फायदा होगा।
  • क्या आप जानते हैं चाय के प्रतिदिन सेवन से आप ना सिर्फ कैंसर के खतरे से बच सकते हैं, बल्कि आप हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को भी टाल सकते हैं या फिर आपको कोई हृदय संबंधित बीमारी है तो उससे होने वाले खतरों को भी आप कम कर सकते हैं।
  • गौरतलब है कि बिना दूध की चाय में मौजूद थियेफ्लेविन से कैंसर के सेल्सा और कोशिकाओं को नष्ट करने में मदद मिलती है।
  • शोधों में भी साबित हो चुका हैं कि थियेफ्लेविन से कैंसर कोशिकाएं कुछ ही घंटों के बाद सिकुड़न होने लगती है। जिससे धीरे-धीरे ये समाप्त हो जाती हैं।
  • इतना ही नहीं यदि आप ब्लैक टी का सेवन करते हैं, तो यह कैंसर के असर को और कैंसर के मौजूद सेल्स को बहुत ही जल्दी प्रभावी रूप से नष्ट करने और कम करने में लाभकारी है।

 

 

चाय के कुछ लाभदायक प्रकार 

 

ग्रीन चाय

इस चाय को प्रोसेस नहीं किया जाता है। यह चाय के पौधे के ऊपर के कच्चे पत्ते से बनती है। सीधे पत्तों को तोड़कर भी चाय बनाई जा सकती है। इस चाय में एंटी-ऑक्सिडेंट सबसे अधिक होते हैं। ग्रीन टी काफी फायदेमंद होती है, खासकर अगर बिना दूध और चीनी के पी जाए। इसमें कैलरी भी नहीं होतीं। इसी ग्रीन टी से हर्बल व ऑर्गेनिक आदि चाय बनाई जाती हैं।

 

 

Tea For Cancer

 

 

हर्बल चाय 

ग्रीन टी में कुछ जड़ी-बूटियां मसलन तुलसी, अश्वगंधा, इलायची, दालचीनी आदि मिला देने पर हर्बल टी तैयार हो जाती है। इसमें कोई तीन-चार हर्ब मिलाकर भी डाले जा सकते हैं। यह बाजार में तैयार पैकेटों में भी मिलती है। इस चाय के सेवन से सर्दी-खांसी में फायदा होता है, इसलिए लोग दवा की तरह भी इसका सेवन करते हैं।

 

ऑर्गेनिक चाय

जिस चाय के पौधों में पेस्टिसाइड और केमिकल फर्टिलाइजर आदि नहीं डाले जाते, उसे ऑर्गेनिक टी कहा जाता है। अर्थात यह प्राकृतिक खाद आदि से बनी होती है। यह सेहत के लिए काफी फायदेमंद है।

 

काली (ब्लेक) चाय

यदि कोई भी चाय दूध व चीनी मिलाए बिना पी जाए तो उसे ब्लैक टी कहते हैं। ग्रीन टी या हर्बल टी को आमतौर पर दूध मिलाए बिना ही पिया जाता है। लेकिन किसी भी तरह की चाय को ब्लैक टी के रूप में पीने से भी यह सेहतमंद होती है।

 

लेमन चाय

नीबू की चाय सेहत के लिए अच्छी होती है, क्योंकि चाय के जिन एंटी-ऑक्सिडेंट्स को बॉडी एब्जॉर्ब नहीं कर पाती, नीबू डालने से वे भी एब्जॉर्ब हो जाते हैं।

 

 

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