
तेजी से बदलती जीवनशैली और इस भागदौड़ भरी जिदंगी में पुरुषों के बीच तनाव एक आम समस्या बन गई है। अपने रोजमर्या के जीवन में पुरष अक्सर छोटी-छोटी बातों पर तनाव ले लेते हैं, जो कि उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो है ही साथ ही उनके वैवाहिक जीवन क
तेजी से बदलती जीवनशैली और इस भागदौड़ भरी जिदंगी में पुरुषों के बीच तनाव एक आम समस्या बन गई है। अपने रोजमर्या के जीवन में पुरष अक्सर छोटी-छोटी बातों पर तनाव ले लेते हैं, जो कि उनके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक तो है ही साथ ही उनके वैवाहिक जीवन के लिए चिंता का सबब बन सकता है। पुरुषों के बीच तनाव की समस्या व इसके लक्षणों और तनाव से कैसा बचा जाए इस बारे में धर्मशिला नारायणा सुपर स्पेशेलिटी अस्पताल की काउंसलिंग साइकोलोजिस्ट डॉक्टर नेहा दत्त ने कुछ जरूरी बातें बताई हैं। इन बातों पर ध्यान देकर और अपनी जीवनशैली में महज चंद बदलावों के सहारे आप तनाव से मुक्ति पा सकते हैं।
पुरुषों के तनाव में रहने के कारण
- करियर में ग्रोथ न होना।
- ऑफिस में काम का प्रेशर होना।
- पारिवारिक समस्या।
- वजन तेजी से घटना या बढ़ना।
- आर्थिक परेशानी, साधारण बीमारी के लिए दवा का अधिक प्रयोग करना।
डॉ. नेहा दत्त के मुताबिक ने बताया कि इसके साथ ही अकेलापन, जल्दी या देर से शादी होना या शादी ही न होना भी पुरुषों में तनाव के कारणों में शामिल है।
तनाव पुरुषों के जीवन के लगभग सभी क्षेत्र को प्रभावित करता है, इसलिए जीवनशैली में बदलाव तनाव की समस्या को कम करने में मदद करता है। तनाव के कारण पुरुषों के स्वास्थ्य में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते है जैसे
- ब्लड प्रेशर का बढ़ना।
- थका हुआ महसूस करना।
- दिल तेजी से धड़कना।
- इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर होना।
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तनाव से बचने के लिए क्या करें पुरुष
- तनाव से बचने के लिए अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करना चाहिए।
- योग और मेडिटेशन का प्रयोग करें। इससे मानसिक और शारीरिक दोनों प्रकार के तनाव दूर करने में मदद मिलती है।
- तनाव से बचाव के लिए पर्याप्त नींद लें।
- अपनी परेशानियों को दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें।
- तनाव को कम करने के लिए आप अपनी पसंद का गाना सुनें।
- लाफ्टर थेरेपी का इस्तेमाल भी कर सकते है।
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पुरुषों में तनाव के लक्षण
- पुरुषों द्वारा खूद को थका हुआ महसूस करना।
- भोजन का न पचना।
- सिरदर्द दर्द होना।
- चिड़चिड़ापन महसूस होना, निराशा।
- किसी भी काम मन न लगना।
- छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा हो जाना।
डॉ. नेहा दत्त ने बताया कि तनाव के कारण पुरुषों के शुक्राणु विकृत हो जाते है एवं हर्मोन्स में बदलाव आता है, जिसके कारण पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर प्रभाव पड़ता है। इसलिए जितना हो सके तनावमुक्त रहने का प्रयास करें। हार्मोन्स के असंतुलन की स्थिति में आप एंडोक्राइनॉलोजिस्ट से संम्पर्क कर सकते है।
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