अस्थमा की दवाओं के हो सकते हैं ये अतिरिक्त प्रभाव

अस्थमा की दवाओं के अतिरिक्त‍ प्रभाव ठीक वैसे ही होते हैं जैसे किसी अन्यक दवा के। लेकिन ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप अस्थमा की किस दवा की डोस कितनी ले रहे हैं।
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अस्थमा की दवाओं के हो सकते हैं ये अतिरिक्त प्रभाव

अस्थमा आज एक आम बीमारी हो गई है, हालांकि इसका इलाज भी उपलब्ध है लेकिन कोई पुख्ता इलाज नहीं हैं। जिस व्यक्ति को एक बार अस्थमा की बीमारी हो जाती है, उस व्यक्ति का ये बीमारी मरते दम तक पीछा नहीं छोड़ती। क्या आप जानते हैं अस्थमा आनुवांशिक बीमारी है,  लेकिन कई बार किन्हीं कारणों से या फिर लापरवाही से भी अस्थमा होने की संभावना रहती है। अस्थमा की दवांए वैसे तो बाजार में मौजूद हैं लेकिन अस्थमा की दवाओं का सेवन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं करना चाहिए, अन्यथा आपको इसके अतिरिक्ति प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। जी हां, अस्थमा की दवाओं के अतिरिक्त‍ प्रभाव ठीक वैसे ही होते हैं जैसे किसी अन्यक दवा के। लेकिन ये इस बात पर निर्भर करता है कि आप अस्थमा की किस दवा की डोस कितनी ले रहे हैं। आइए जानें अस्थमा की दवाओं के अतिरिक्त प्रभावों के बारे में।

 

  • अस्थमा की यदि शुरूआती अवस्था है तो डॉक्टर्स आरंभ में कुछ दवाओं से ही अस्थमा को कम करने की सलाह देते हैं। लेकिन जब अस्थमा का अटैक हर सप्ताह पड़ने लगे या फिर अटैक का असर खतरनाक हो तो डॉक्टर अकसर अधिक दमा बढ़ने पर इनहेलर की सलाह देते हैं, इसके साथ ही अचानक आए हुए अटैक के लिए अस्थमा की गोलियां भी दी जाती हैं।

 

 

 

  • क्या आप जानते हैं हाल ही में आए नवीनतम शाधों में पाया गया है कि इनहेलर और अस्थमा के इलाज के लिए ली जाने वाली दवाओं साइड इफेक्ट बहुत हैं। दरअसल, इनहेलर में व्यापक मात्रा में ड्रग्स और केमिकल्स का इस्तेमाल होता है और वैसे भी इनहेलर कई प्रकार का होता है। इसीलिए इनहेलर के साइड इफेक्टभी कई तरह के होते हैं।
  • यदि आप अस्थमा की दवाओं और इनहेलर का अंधाधुंध सेवन करेंगे, तो निश्चित रूप से इसके अतिरिक्त प्रभाव आप पर पड़ेंगे और एक समय के बाद यह आप असर करना भी बंद कर देगा इसीलिए विशेषज्ञों की सलाह पर बहुत जरूरत होने पर ही इनहेलर लेना चाहिए।
  • किसी इनहेलर में दवा को मिक्स करके लिया जाता है तो कई इनहेलर पंप की तरह होते हैं और उन्हें मुंह में स्प्रे करते ही आपका आराम मिलता है। कई बार अस्थमा अटैक के असर को कम करने के लिए इंजेक्शंस और इनहेलर दोनों दिए जाते हैं जो कि और भी अधिक खतरनाक हो सकते हैं।
  • इनहेलर पाउडर और तरल पदार्थों के साथ भी उपलब्ध है यानी इनहेलर का प्रयोग लंबी अवधि तक आराम पहुंचाने या फिर तुरंत राहत पहुंचाने इत्यादि अलग-अलग रूपों में होता है।
  • डॉक्टर अस्थमा के रोगियों को दवाओं के साइड इफेक्ट्स के बारे में लगातार आगाह करते हैं। इतना ही नहीं जो लोग बिना दिशा-निर्देश पढ़े नियमित रूप से दवाओं का सेवन करते रहते हैं उनका श्वसन तंत्र कमजोर हो सकता है या फिर श्वसन तंत्र खराब भी हो सकता है।
  • अस्थमा की दवाओं का नियमित रूप से सेवन करने वाले व्यक्ति मौत को जोखिम भी लगातार बढ़ जाता है।

 

अस्थमा की दवाओं से अस्थमा के असर को कम करने से जानलेवा दौरे भी पड़ सकते हैं जिससे कई बार रोगी को भर्ती तक करने की नौबत आ जाती है। अस्थमा की दवाओं के साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए योग करना चाहिए, इससे आपकी सांस संबंधी अन्य समस्याओं को दूर करने में भी मदद मिलेगी।

 

Image Source - Getty Images

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