आपने सुना होगा कि स्मोकिंग पॉइंट पर तेल को गर्म करना अस्वस्थ होता है। अगर आप स्वस्थ खाने के साथ कभी-कभी तले भोजन की भी चाह रखते हैं तो आपको हाई स्मोक पॉइंट वाले तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। और अगर आप ऐसे तेल की तलाश में हैं जो खाना पकाने और सलाद में इस्तेमाल करने के साथ-साथ थोड़े से स्वाद और हाई हीट के लिए भी उपयुक्त हो तो कुसुम तेल आपकी इस तलाश को पूरा करता है।
कुसुम
कुसुम नुकीली पत्तियां और पीले या नारंगी फूलों वाला एक लंबा पौधा है। इसके फूल प्राचीन मिस्र में कपड़ों पर डाई के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। आज, कुसुम की पंखुड़ियों को केसर के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, इस पीले मसाले को अक्सर रंग और स्वाद के लिए चावल के व्यंजन में प्रयोग किया जाता है। हालांकि कुसुम केसर की तुलना में काफी सस्ता होता है, लेकिन इसका स्वाद में तीखेपन और मोहकता का अभाव है।
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कुसुम का तेल
कुसुम का तेल संयंत्र के बीज से मिलता है। इसकी दो किस्में उपलब्ध हैं हाई ओलिक और हाई लिनोलेनिक। हाई लिनोलेनिक कुसुम के तेल में पॉलीअनसेचुरेटेड फैट होता है जबकि हाई ओलिक कुसुम तेल में मोनोसेचुरेटेड फैट होता है। पॉलीअनसेचुरेटेड कुसुम तेल अन्हीटिड कुकिंग और मोनोसेचुरेटेड कुसुम तेल हार्इ हीटिंग कुकिंग के लिए अच्छा होता है, कुकिंग के लिए यह जैतून के तेल का अच्छा विकल्प है।
क्या यह हमारे लिए अच्छा है?
कुसुम के तेल अपने तीन गुणों के कारण स्वस्थ खाने का एक अच्छा घटक माना जाता है, इसका स्वाद, अनसेचुरेटेड फैट, अन्य किसी भी स्वस्थ तेल के तुलना में मोनोसेचुरेटेड रूप में अधिक तापमान पर गरम किया जा सकता है।
लेकिन अनुसंधान के अनुसार स्वास्थ्य लाभ की बात आने पर कुसुम के तेल की क्षमता प्रारंभिक अवस्था में पता चल जाता है। इसमें मौजूद स्वस्थ फैटी एसिड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है। इसलिए मक्खन और अन्य हाइड्रोजनीकृत तेलों की जगह इसे इस्तेमाल करने की कोशिश करें। हालांकि ऑलिव ऑयल के भी ऐसे ही प्रभाव होते हैं लेकिन कुसुम का तेल अन्य तेलों की तुलना में अपने स्वाद और अधिक तापमान में गर्म किये जाने के कारण अधिक अच्छा होता हैं।
2009 में एक परीक्षण के अनुसार कुसुम के तेल में ब्लड शुगर को कम करने की क्षमता के साथ यह एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है। इसके अलावा इसका कुछ कॉस्मेटिक जैसे सूखी त्वचा के लिए मॉइश्चराजर और परफ्यूम के रूप में भी उपयोग किया जाता है।
तलने के लिए तेल
तलने के लिए इससे बढि़या और कोई स्वस्थ तेल हो ही नहीं सकता। इसलिए अगर आपको डीप फ्राई आहार खाने की लालसा हो रही हैं तो मोनोसेचुरेटेड कुसुम तेल आपके लिए सबसे स्वास्थ्यप्रद तेल है। यह निश्चित गर्मी में इसका इस्तेमाल किया जा सकता है। आप कुसुम तेल का उपयोग फ्रेंच फाइज और स्वीट पोटैटो फाइज बनाने के लिए किया जा सकता है। लेकिन ध्यान रहें कि स्टार्च वाली सब्जियां अधिक मात्रा में तेल सोख लेती हैं इसलिए इनका इस्तेमाल एक सीमा तक ही करना चाहिए।
सलाद ड्रेसिंग और सॉस के लिए तेल
सलाद ड्रेसिंग और सॉस कम हीट में तैयार होती है इसलिए इसके लिए आपको पॉलीअनसेचुरेटेड कुसुम तेल का इस्तेमाल करना चाहिए। कम आंच में बनने वाली किसी भी रेसिपी के लिए आप इस तेल से स्वाद ला सकते हैं। हालांकि इस बात को ध्यान रखना चाहिए कि पॉलीअनसेचुरेटेड कुसुम तेल कोमल होता है और बहुत ही जल्द बासी हो जाता है। इसलिए इसे हमेशा ठंडी और अंधेरे स्थान या फ्रिज में रखें।
निष्कर्ष यह है कि कुसुम का तेल मक्खन और एनिमल फैट की तुलना में अधिक स्वस्थ फैट है। यह अपने साथ के लोकप्रिय तेलों जैसे जैतून और कनोला की तरह ही आपके लिए अच्छा है। लेकिन यह अन्य तेलों की तुलना में स्वाद में कम और आमतौर पर कम खर्चीला होता है। और संयम से कुसुम के तेल का इस्तेमाल करने से यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है।
Image Source : amazon.com & organicfacts.ne
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