
जब रखा हुआ पानी पांच दिन के बाद सड़ने लगता है तो फिर खाने की चीज कैसे ताजी रह सकती है। जबकि पानी में कोई मिलावट नहीं होती और खाने की चीजों में तो कई तरह के प्रोटीन, मिनरल्स और दूसरे जरूरी न्यूट्रीशंस होते हैं जो एक दूसरे के साथ मिलकर प्रतिक्रिया करते हैं। इसलिए जरूरी है कि अगर आपकी खाने की चीजें रखी-रखी खराब हो गई हैं तो उनको तुरंत फेंक दें। क्योंकि उन्हें खाने का मतलब है बीमारियों को दावत देना। ना, ना, ना... अगर आप सोच रहे हैं कि खाना गर्म कर लिया है और उसमें पनपने वाले बैक्टिरिया मर गए हैं, तो आप गलत सोच रहे हैं। ये आपकी सबसे बड़ी भूल है। क्योंकि खाना अगर एक बार एक्सपायर हो गया तो उसको आप कितना भी गर्म कर लें वो सेहत को नुकसान ही पहुंचायेगा। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं उन फूड्स के बारे में। 
हमेशा हेल्दी नहीं होते अंडे
संडे हो या मंडे रोज खाओ अंडे...। ये लाइन अंडे में मौजूद पौष्टिक तत्वों के कारण बोली जाती है। सुबह दो अंडे खाना मतलब पूरे दिनभर की प्रोटीन की जरूरत को पूरा करना। लेकिन, जब अंडे के भी दिन आ जाए तो सावधानी बरतने की जरूरत है। क्योंकि अंडा भी एक्सपायर होता है। उन्हें खाने से डायरिया, गैस और पेट से संबंधित अन्य बीमारियां होने का डर रहता है। पश्चिमी देशों में अंडे पर एक्सपायरी डेट होती है, वो भी अगर उसे रेफ्रीजरेट करके रखा गया हो तो। ऐसे में अंडे खरीदते वक्त थोड़ी सावधानी बरतें।
हरी सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां खाने की हिदायत दादी मां से लेकर चिकित्सक तक देते हैं। लेकिन ये हरी पत्तेदार सब्जियां तभी फायदेमंद साबित होंगी जब ये बिल्कुल ताजी हों। अगर हरी पत्तेदार सब्जियों को घर में रखे हुए तीन-चार दिन से ज्यादा हो गए हैं तो तुरंत उन सब्जियों को कूड़े में फेंक दें। क्योंकि ये मिट्टी में उगते हैं और इनमें कुछ न कुछ मिट्टी जरूर लगी रहती है जिससे बैक्टिरिया को पनपने में ज्यादा दिन नहीं लगते जो कि फूड पॉयजनिंग का कारण बन सकते हैं।
नुकसानदेह हो सकती है दही
शरीर और पेट को ठंडा रखने के लिए दही का उपयोग किया जाता है, लेकिन दही भी कुछ दिनों बाद एक्सपायर हो जाती है। आपने ये चीज नोटिस की होगी की एक बर्तन में रखी दही तीन से चार दिन के बाद बदबू करने लगती है। ऐसा बरतन और दही के बीच के रिएक्शन के कारण होता है। इसके सेवन से दस्त, उल्टी और एलर्जी की समस्या हो सकती है। 
झींगा मछली
अगर आप मछली के शौकीन हैं तो झींगा मछली का सेवन बड़े चाव से करते होंगे। लेकिन झींगा मछली के बारे में एक बात ध्यान देने की है। झींगा मछली को पानी से बाहर निकालने के बाद ही उसमें बैक्टिरीया पनपने लगते हैं। इसलिए इसे पानी या फ्रिज में ठंडा करके ऱखा जाता है। अगर ये ठंडा नहीं है तो इसे न ही पकाएं और न खाएं।
जरूरी नहीं कि जो खाना हेल्दी दिख रहा हो वो हेल्दी हो ही, लेकिन कुछ आहार ऐसे भी हैं जिनकी एक्सपायरी के बाद उनका सेवन आपको बीमार कर सकता है।
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