पांचवे हफ्ते में आप कर सकती हैं अपनी जीवनशैली में बदलाव

पांचवां हफ्ता यानि गर्भाधारण की पहली तिमाही की औपचारिक रूप से शुरूआत हो गई है। संतुलित आहार के साथ ही नियमित व्‍यायाम करें। प्रेग्‍नेंसी के इस हफ्ते के बारे में ज्‍यादा जानकारी के लिए इस लेख को पढ़ें।
  • SHARE
  • FOLLOW
पांचवे हफ्ते में आप कर सकती हैं अपनी जीवनशैली में बदलाव

आप गर्भधारण के पहली तिमाही में औपचारिक रुप से आ गई हैं, यह आपकी गर्भावस्था की सिर्फ शुरुआत है। आपने गर्भवती होने का पता लगाने के लिए पैल्विक परीक्षण भी कर लिया होगा और प्रसव की संभावित तिथ‍ि का अनुमान भी आपको हो गया होगा।

pregnancy five weeks

 

अब आपको बच्चे के स्वास्थ्य से संबंधित जरुरी, आहार या जीवन शैली में परिवर्तन की जरूरत है। यदि आप धूम्रपान या शराब आदि का सेवन करती हैं तो इसे बंदद कर दें। आपका द्वारा लिया गया आहार बच्‍चे के स्‍वास्‍थ्‍य को प्रभावित करता है। इस समय आप गर्भावस्था से संबंधित पुस्तक पढ़ें और इस बारे में अपनी जानकारी बढ़ाएं। इस समय कई बार आप आशंकाओं से ग्रस्‍त हो जाती हैं, जो कि सामान्‍य है। इस लेख के जरिए हम बात करते हैं गर्भावस्‍था के पांचवें हफ्ते के बारे में।

 

शिशु का विकास

गर्भावस्था के इस चरण में भ्रूण थोड़ा तेजी के साथ विकसित होना शुरू होगा। इस समय भ्रूण 5 से 6 मिमी लंबा होता है। भ्रूण अभी गर्भाश्‍य की दीवार से जुड़ा हुआ है और नाल के गठन की शुरुआत हुई है। इस सप्‍ताह में भ्रूण के सिर, आंख और मुंह का निर्माण शुरू होगा। साथ ही मस्तिष्क भी विकसित होना शुरू हो गया है। पांचवें हफ्ते से नाल का विकास शुरू हो जाता है।

यह समय काफी अहम है और इस दौरान आपको बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है। इस समय आपको विटामिन ज्‍यादा मात्रा में लेने की जरूरत है। फोलिक एसिड के लिए संतरे और इसके रस का सेवन करें, यह बच्चे के मस्तिष्क के विकास में मदद करता है। गर्भावस्था के समय में प्रगति होने के साथ ही भ्रूण का विकास भी होगा।

 

आपके शरीर के साथ परिवर्तन

आप पहले की तुलना में थोड़ा और अधिक हार्मोनल महसूस करना शुरू करेंगी। शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ रहा है। यह गर्भावस्था का पहला चरण है, कई महिलाओं को इस समय भारी थकान महसूस होती है, जो कि सामान्‍य है। यह परेशानी आमतौर पर पहली तिमाही के अंत तक रहती है। कैफीन युक्‍त पदार्थो के सेवन से दूर रहने की जरूरत है। ऊर्जावान बने रहने के लिए पौष्टिक नाश्‍ते के साथ ही विटामिन से भरपूर आहार लें। थकान में कमी के लिए चिकित्‍सक से सलाह लें।

आपको ऐंठन भी महसूस हो सकती है। यह शरीर में हार्मोनल स्तर में बदलाव के कारण हो रहा है। इसको लेकर चिंतिंत होने की जरूरत नहीं है, डॉक्‍टर से बात करें। गर्भावस्था के इस चरण में आपको संवेदना के साथ ही स्तन में कोमलता या दर्द महसूस भी हो सकता है। प्रत्‍येक महिला का गर्भवती होने के दौरान अलग-अलग अनुभव होता है। अपने दोस्तों और परिवार के साथ गर्भावस्था की कहानियां बांटे, इससे आपको अच्‍छा लगेगा।

 

क्या करना चाहिए

आपको हर पल खुश रहना चाहिए। फर्स्‍ट ट्राइमिस्‍टर आपके लिए शारीरिक और मानसिक रूप से मुश्किल हो सकता है। इस समय हार्मोनल परिवर्तन के कारण आप शारीरिक थकान महसूस करेंगी। ऐसे में आप अपने ऊपर नकारात्‍मक विचारों को हावी न होने दें। आप नियमित रूप से अपनी जांच कराती रहें। यदि आप जीवन शैली में बदलाव के बारे में सोच रही हैं तो इसके लिए यह अनुकूल समय है। यदि आपने पहले कभी व्‍यायाम नहीं किया है तो हल्‍का व्‍यायाम जैसे टहलना, तैराकी या एरोबिक एक्‍सरसाइज शुरू कर सकती हैं।

 

सलाह

स्‍वास्‍थ्‍य या गर्भावस्‍था को लेकर ज्‍यादा चितिंत न हो। जब भी डॉक्‍टर से मिलने जाएं तो अपने प्रश्‍नों की एक सूची बनाकर ले जाए और उनसे परामर्श लें। इसलिए अपना खयाल रखें, आप अपना खयाल रखेंगी तो यह आपके शिशु के लिए अच्‍छा होगा। यदि आप स्वस्थ आहार और विटामिन के साथ ही व्‍यायाम कर रही हैं तो आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के लिए यह समय चिंताजनक हो सकता है। खुद को तनाव मुक्‍त रखें, यह आपके शिशु के लिए अच्‍छा रहेगा।

 

 

 

 

Read More Articles On Pregnancy Week In Hindi

Read Next

तीसवें हफ्ते से होती है आपको ज्‍यादा आराम की जरूरत

Disclaimer

TAGS