जब कभी भी हम हेल्दी स्नैक्स के बारे में सोचते हैं तो सबसे बेहतर विकल्प के तौर पर दिमाग में सबसे पहले बादाम, अखरोट और पिस्ता आदि दिमाग में आते हैं। शायद आप इन सभी को ड्राई फ्रूट्स पुकारते हों, लेकिन वास्तव में ड्राई फ्रूट्स और नट्स के बीच फर्क होता है। हालांकि दोनों ही हेल्दी होते हैं। लेकिन ऐसे में सवाल उठता है कि यदि इनमें फर्क होता है तो कौन सा बेहतर है, क्या ड्राई फ्रूट्स से बेहतर हैं नट्स? चलिये इसका जवाब जानें।
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नट्स क्या हैं?
नट्स को एक श्रेणी में डालना थोड़ा मुश्किल होगा, जैसा कि नट्स कठोर खोल वाले बीज, फल व फलियां आदि होते हैं। अलग-अलग नट अलग श्रेणी में आती हैं। सबसे ज्यादा खाये जाने वाले नट्स में अखरोट, बादाम, मूंगफली, पिस्ता व काजू आदि आते हैं। ये सभी पौष्टिक होने के साथ-साथ प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर के अच्छे स्त्रोत होते हैं। इसमें विटमिन ई, फोलिक एसिड, बी - कॉम्प्लेक्स, मैग्नेशियम, कॉपर जिंक आदि की भी प्रचुर मात्रा में होते हैं। नट्स में ओमेगा-3 फैटी एसिड भी होता है, और ये रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करते हैं। नट्स के सेवन से हृदय रोग से भी बचाव होता है। ये मोनोसैचुरेटेड फैटी एसिड और सुरक्षात्मक फ्लेवोनाइडस का मिश्रण होता है, जोकि हृदय के लिए बेहद लाभदायक होते हैं। नट्स में पाया जाने वाला फाइटोकेमिकल कैंसर से बचाव करता है। आहार विशेषज्ञ बताते हैं कि नट्स में पाएं जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट, विटामिन व अन्य कई तरह के पोषक तत्व शरीर के साथ-साथ दिमाग़ को भी तारोताजा रखते हैं। वहीं नट्स में पाया जाने वाला प्रोटीन विभिन्न अंगों, मांसपेशियों, हार्मोस और विभिन्न एंजाइमों के निर्माण में मदद करता है।
ड्राई फ्रूट्स क्या हैं?
ड्राई फ्रूट्स दरअसर फलों के सूखने के बाद बनते हैं, दब इसमें से पानी सूख जाता है। सबसे प्रचलित ड्राई फ्रूट्स में सूखी खुबानी, सूखा आलूबुखारा, किशमिश व अंजीर आदि आते हैं। ड्राई फ्रूट्स में फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो मधुमेह, ऑस्टियोपोरोसिस और हृदय रोगों से बचाव करते हैं। इनमें से अधिकांश में बीटा कैरोटीन, विटामिन ई, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और कैल्शियम की उच्च मात्रा होती है। किशमिश हड्डियों के स्वास्थ्य में सुधार करती है क्योंकि इसमें कैल्शियम और बोरान सामग्री होती है और ये दोनों ही हड्डियों के गठन के लिये जरूरी होते हैं। वहीं खजूर आंतों के स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। अंजीर एनीमिया को रोकने में मददगार होती है क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में आयरन होता है।
ड्राई फ्रूट्स और नट्स में कौन बेहतर
हालांकि दोनों में ही अपने - अपने तरह के स्वास्थ्य लाभ होते हैं, लेकिन इन्हें संतुलित मात्रा में खाने की जरूरत होती है। नट्स कैलोरी में उच्च होते हैं तो इन्हें संतुलित मात्रा में ही खाना चाहिये। प्रोटीन, विटामिन, खनिज के अलावा नट्स में सेचुरेटिड फैट भी होता है, इसलिये हृदय रोगियों को इनका बहुत ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। यही बात वजन कम कर रहे लोगों पर भी लागू होती है। नमकीन, तले हुए या शहद या चीनी में पगे नट्स नहीं खाने चाहिये। रात भर पानी में भिगोने के बाद इन्हें कच्चा ही खाना चाहिये।
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वहीं ड्राई फ्रूट्स में ताजा वालों की तुलना में उच्च सांद्रता में शुगर होती है। इनका सेवन एनिमिया से पिड़ित एथलीटों के लिये बेहद लाभप्रद होता है। वजन कम कर रहे लोग, बहुत उच्च शर्करा के स्तर वाले मधुमेह रोगी, हृदय रोगियों, पित्ताशय की पथरी वाले रोगी तथा उच्च रक्तचाप और ट्राइग्लिसराइड्स वाले लोगों को इनका सेवन मना होता है। बजाए इसके नट्स का सेवन करना बेहतर होता है, क्योंकि नट्स में शुगर नहीं होता और ये फैटी एसिड का भी अच्छा श्रोत होते हैं।
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