बच्चों में ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) के शुरुआती संकेत कैसे पहचानें? जानें बचाव के उपाय

Leukemia Early Symptoms in Child: बच्चों में ल्यूकेमिया कैंसर बहुत कॉमन है, जानें इस कैंसर की शुरूआत में दिखने वाले लक्षण और संकेत।
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बच्चों में ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) के शुरुआती संकेत कैसे पहचानें? जानें बचाव के उपाय


Leukemia Early Symptoms in Child: ल्यूकेमिया एक तरह का कैंसर है जिसे ब्लड कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। ल्यूकेमिया शरीर में आपकी बोन मैरो और ब्लड को प्रभावित करता है। ल्यूकेमिया का खतरा बच्चे, बड़े और बूढ़े सभी में होता है। बच्चों में होने वाले कैंसर में भी ल्यूकेमिया सबसे आम माना जाता है। यह कैंसर जब शरीर में विकसित होना शुरू होता है, तो सबसे पहले शरीर की लाल रक्त कोशिकाओं का उत्पादन करने वाली कोशिकाओं पर अटैक करता है। शरीर में ल्यूकेमिया की शुरुआत होने पर दिखने वाले लक्षण कुछ खास नही होते हैं जिसकी वजह से अक्सर लोग इसे सही ढंग से पहचान नही पाते हैं। बच्चों में ल्यूकेमिया की शुरुआत होने पर उसकी स्किन पीली पड़ने लगती हैं और कई अन्य समस्याएं होती हैं। इन्हें सही समय पर पहचानकर आप बच्चे को गंभीर रूप से इसका शिकार होने से बचा सकते हैं। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं बच्चों में ल्यूकेमिया के शुरूआती संकेत और लक्षण।

बच्चों में ल्यूकेमिया के शुरूआती लक्षण- Leukemia Symptoms in Kids in Hindi

ल्यूकेमिया की समस्या में बच्चे के शरीर में लाल रक्त कोशिका, प्लेटलेट्स और सफ़ेद रक्त कोशिकाओं का निर्माण करने वाली मसल्स को गंभीर नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा इस समस्या में आपकी अस्थि मज्जा यानि बोन मैरो को भी गंभीर नुकसान पहुंचता है। यही कारण है की ल्यूकेमिया की शुरुआत होते ही मरीज का वजन घटने लगता है और स्किन का रंग पीला पड़ जाता है।

Leukemia Early Symptoms in Child

बच्चों में ल्यूकेमिया की शुरुआत होने पर ये लक्षण प्रमुखता से दिखाई देते हैं-

1. स्किन का रंग बदलने लगना

ल्यूकेमिया के कारण शरीर में रेड ब्लड सेल्स की मात्रा कम होने लगती है। इसकी वजह से बच्चे को एनीमिया यानि खून की कमी हो जाती है। इसकी वजह से बच्चे की स्किन का रंग पीला पड़ने लगता है। लम्बे समय तक स्किन का रंग पीला पड़ने पर आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।

2. अत्यधिक कमजोरी और थकान

शरीर में ल्यूकेमिया की शुरुआत होने पर ही मरीज को हमेशा थकान महसूस होने लगती है। इसके अलावा शरीर हमेशा थका हुआ लगने लगता है। इसके अलावा मरीज को चलने फिरने या दौड़ने में भी परेशानी होने लगती है।

3. ब्लीडिंग की समस्या 

ल्यूकेमिया की शुरुआत में शरीर से ब्लीडिंग होने लगती है। इसकी वजह से आपको चोट लगने पर घाव होने के अलावा इंटरनल ब्लीडिंग की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

4. जोड़ों में दर्द 

बच्चों में ल्यूकेमिया कैंसर की शुरुआत होने पर हड्डियों और जोड़ों में दर्द की समस्या आम है। दरअसल ल्यूकेमिया में आपके हड्डियों में मौजूद अस्थि मज्जा या बोन मैरों गंभीर रूप से प्रभावित होती है जिसकी वजह से आपकी हड्डियों और जोड़ों में गंभीर दर्द हो सकता है। 

5. लगातार बुखार और इन्फेक्शन

लगातार बुखार और इन्फेक्शन की समस्या भी ल्यूकेमिया का प्रमुख लक्षण हो सकती है। शरीर में कैंसर कोशिकाओं के विकसित होने पर बुखार और इन्फेक्शन बढ़ जाता है।

बच्चों में ल्यूकेमिया की समस्या होने पर उलटी, मतली, दर्द और तेजी से वजन कम होने की समस्या भी शुरूआत से होने लगती है। ल्यूकेमिया के शुरूआती लक्षणों को नजरअंदाज नही करना चाहिए। इसकी वजह से आपको कई गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

(Image Courtesy: Freepik.com)

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