‘फूड एनर्जेटिक्स’ क्या है और क्यों है आपके लिए जरूरी! जानिए

शरीर और आहार का क्या संबंध है, हम क्यों खाते हैं, आदि सवालों के जवाब जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
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‘फूड एनर्जेटिक्स’ क्या है और क्यों है आपके लिए जरूरी! जानिए

हम क्या खाते हैं, क्यों खाते हैं, क्‍या खाना जरूरी है, आहार के बिना जीवन यापन हो सकता है, आदि सवाल आपके मन में आते होंगे। चूंकि शरीर को एक्टिव रखने के लिए प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, मिनरल्स, आदि की जरूरत होती है, और ये चीजें आहार में ही मिलती हैं, इसलिए हम हर रोज खुद को एक्टिव रखने के लिए खाते हैं। जैसे ही हम खाना छोड़ते हैं शरीर सुस्त होने लगता है और हम कमजोर भी होने लगते हैं। यानी शरीर को स्वस्थ रखने के लिए भी आहार का सेवन करना जरूरी है।


चीन की परंपरा की मानें तो आहार हमारे लिए दवा की तरह हैं और इनके जरिये हमारा शरीर, मन और आत्मा पोषित होती है। सभी आहारों में ऊर्जा होती है और ये हमारे शरीर का संतुलन बनाते हैं। ट्रेडिशनल चाइनीज मेडिसिन (चीन की तकनीक) के जरिये लोगों को आहार से जुड़ी गुणवत्ता की जानकारी दी जाती है, इस तकनीक में यह बताया जाता है कि किस तरह से आहार हमारे शरीर को स्वस्थ और निरोग रखते हैं। इस तकनीक की मानें तो आहार एक्यूप्रेशर, एक्यूपंचर और औषधि की तरह ही हैं।

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पश्चिमी सभ्य्ता में आहार का विवरण प्रोटीन, वसा, कैलोरी, विटामिन, मिनरल्स, आदि के रूप में मिलता है। इसमें यह बताया गया है कि आहार कितने पौष्टिक हैं और इनसे शरीर को क्या-क्या लाभ होते हैं। यह विज्ञान आधारित विचारधारा है, जिसमें रोजमर्रा की कैलोरी को पूरा करने पर जोर दिया जाता है जो कि शरीर को ऊर्जावान रखता है।

क्या है फूड एनर्जेटिक्स

फूड एनर्जेटिक्स एक इलेक्रो‍मैग्नेटिक पैटर्न पर आधारित एक शोध है, जो मानव शरीर पर केंद्रित है। यह मानता है कि शरीर एक रेडियो की तरह है और जिसमें सभी संगीत के केंद्र विभिन्न तरह के फूड हैं। जब आप इनका पर्याप्त सेवन करते हैं शरीर स्वस्थ रहता है और जब इनकी कमी होती है तो शरीर कमजोर होने लगता है। यानी अगर शरीर को पर्याप्त आहार न मिले तो वह सही तरीके से कार्य करना बंद कर देता है।

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मौसम के अनुसार खायें

12 महीने के साल में हर वक्त एक जैसा मौसम नहीं होता और न ही सारे आहार हर मौसम में मिलते हैं। सामान्यतया दो तरह के मौसम होते हैं – सर्दी और गर्मी। ऐसे में शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए मौसम के अनुसार से खाना बहुत जरूरी है। सर्दी के मौसम में शरीर सुस्त रहता है लेकिन इसे गर्म रखने और बीमारियों से बचाने के लिए जड़ों वाली सब्जियां खाना चाहिए, जो कि सर्दी में ही मिलती हैं। वहीं दूसरी तरफ गर्मी के मौसम में शरीर एक्टिव रहता है और इसे ठंडक प्रदान करने के लिए ठंडी तासीर वाले फलों और आहारों का सेवन करना चाहिए। इस तरह ही हर मौसम में शरीर को ऊर्जावान बनाये रखने के लिए मौसमी आहारों का सेवन करना जरूरी है।

 

आहार का लुत्फ उठायें

खाना भले ही बहुत स्वादिष्ट क्यों न हो लेकिन अगर आपने उसे बेमन से खाया है तो इससे भूख तो शांत हो जायेगी लेकिन मन नहीं भरेगा। ऐसे में शरीर की दूसरी समस्यायें जैसे मोटापा, डायबिटी, दिल की बीमारियां आदि होने लगेंगी। इसलिए खाते वक्त इसका लुत्फ उठाना बहुत जरूरी है। शांत मन और इत्मीनान से खाने से शारीरिक जरूरत पूरी होती है साथ ही मन भी भर जाता है। इससे हमें अंदर से खुशी मिलती है। जो कि शरीर को ऊर्जावान बनाये रखने के लिए बहुत जरूरी है।

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शारीरिक सक्रियता जरूरी है

शरीर को स्वास्थ और निरोग रखने में खानपान के अलावा व्यायाम की भूमिका बहुत अहम होती है। भले ही हम हर रोज स्वादिष्ट  व्यंजन खायें लेकिन शारीरिक रूप से सक्रिय न रहें तो बीमारियां होने लगती हैं। इसलिए रोज व्यायाम करें और खुश रहें।

 

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