शिशु के दांत निकलते वक्त इन 5 बातों का रखें ध्यान, बच्चे को नहीं होगा बुखार और इंफेक्शन

बच्चा होने के बाद हर पेरेंट्स को इंतजार रहता है कि उनके बच्चे के जल्दी जल्दी दांत आए और वह बड़ा हो जाए। दांत आना तो खुशी की बात है लेकिन आपको शायद यह भी पता होगा कि दांत आने के दौरान बच्चा कई रोगों की चपेट में आता है। दांत निकलने के दौरान नवजात को बुखार, मसूड़ों में सूजन, संक्रमण और चिड़चिड़ापन आम है। दांत निकालते समय बच्‍चे को दस्‍त या अन्‍य कई छोटी-मोटी परेशानियां भी होती हैं। ऐसे में उसका पूरा ध्‍यान रखा जाना जरूरी है।
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शिशु के दांत निकलते वक्त इन 5 बातों का रखें ध्यान, बच्चे को नहीं होगा बुखार और इंफेक्शन

बच्चा होने के बाद हर पेरेंट्स को इंतजार रहता है कि उनके बच्चे के जल्दी जल्दी दांत आए और वह बड़ा हो जाए। दांत आना तो खुशी की बात है लेकिन आपको शायद यह भी पता होगा कि दांत आने के दौरान बच्चा कई रोगों की चपेट में आता है। दांत निकलने के दौरान नवजात को बुखार, मसूड़ों में सूजन, संक्रमण और चिड़चिड़ापन आम है। दांत निकालते समय बच्‍चे को दस्‍त या अन्‍य कई छोटी-मोटी परेशानियां भी होती हैं। ऐसे में उसका पूरा ध्‍यान रखा जाना जरूरी है। जन्म के कुछ महीने बाद बच्चों के दांत निकलने लगते हैं। आपको याद होगा, जब आपके बच्चे का पहला दांत निकला था और आपने पूरे मोहल्ले को यह खबर सुनाई थी। हर मां यही चाहती है कि उसके बच्चों को दांत निकलने में कोई तकलीफ न हो और उसके दांत सुंदर और मजबूत निकलें। कई बार सही जानकारी न होने के कारण अकसर अभिभावक परेशान हो जाते हैं।

निम्न बातों का रखें ध्यान

  • दांत निकलने की प्रक्रिया के दौरान बच्चों में बुखार एक आम समस्या है। अगर बच्चे के दांत निकल रहे हैं और उसे बुखार आ जाता है तो घबराएं नहीं बल्कि चिकित्सक से सलाह लें। आमतौर पर पैरासीटामाल से ये बुखार ठीक हो जाता है लेकिन चिकित्सक की सलाह के बिना कोई भी दवा बच्चों को न दें।
  • कई बार हम अंजाने में ही बच्चों के आसपास कुछ ऐसा सामान छोड़ देते हैं जो हमें खतरनाक नहीं लगते मगर बच्चों के नर्म मसूढ़ों को जख्मी कर सकते हैं जैसे चम्मच, चाभी, पेन या मोबाइल आदि। इस तरह की चीजें मुंह में भरकर जब बच्चें उसे काटने का प्रयास करते हैं तो उनके मसूढ़े कट जाते हैं और कई बार उनमें से खून निकलने लगता है।
  • दांत निकलने के दौरान बच्चे लगातार दर्द के कारण चिड़चिड़े हो जाते हैं और दिनभर रोते रहते हैं। इसके कारण कई बार बच्चे रात में सोते-सोते उठ जाते हैं जिससे आपकी परेशानी बढ़ जाती है। चिड़चिड़ेपन के कारण बच्चों में आंख मसलना, बालों को खींचना, खरोंच मारना और चीजों को मुंह में भरना आदि कई लक्षण देखे जा सकते हैं।
  • दांत निकलते समय बच्चों को मुंह में भरने के लिए बाजार में कई तरह के रंग-बिरंगे और फ्लेवर्ड टीथर उपलब्ध हैं। मगर प्लास्टिक के ये टीथर बच्चों के लिए खतरनाक हो सकते हैं। इससे उनके मसूढ़े जख्मी हो सकते हैं। इसके अलावा प्लास्टिक के टीथर को मुंह में भरने से उनका केमिकल और रंग बच्चों के मुंह में जाता रहता है, जिसके कई दुष्परिणाम हो सकते हैं। इससे बच्चों की ग्रोथ पर प्रभाव पड़ता है। अगर टीथर का इस्तेमाल करें ही तो बी.पी.ए. फ्री टीथर का इस्तेमाल करें।
  • दांत निकलने के समय बच्चों को भूख कम लगती है इसलिए वे दूध पीते समय रोते रहते हैं और शांत नहीं होते हैं। ऐसे में बच्चों को जबरदस्ती दूध न पिलाएं नहीं तो उन्हें अपच या कब्ज हो सकती है और बच्चे उल्टी कर सकते हैं। अगर बच्चा 6 महीने से ज्यादा का है तो उसे दूध के अलावा भी कुछ तरल पदार्थ या खाने की बहुत मुलायम चीज दे सकते हैं।

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