
एनीमिया आयरन की कमी से होने वाली एक ऐसी बीमारी है, जिसमें हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा घट जाती है। हीमोग्लोबिन की कमी से शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। शरीर में आयरन प्रोटीन हीमोग्लोबीन, मांसपेशियो के प्रोटीन बनाने और कुछ एंजाइम जो शरीर के आवश्यक रसायन क्रियाएं चलाते है, को बनाने के काम आता है। अगर लोहे का स्तर बहुत ज्यादा गिर जाए तो इससे खून की कमी भी हो सकती है। जब ऐसा होता है तो लाल रुधिर कोशिकाएंं सामान्य से छोटी हो जाती है और उनमें कम हीमोग्लोबिन होता है।
क्या है वजह
- - महिलाएं खानपान को लेकर लापरवाह होती हैं। इससे उनके शरीर में पोषक तत्वों, खासतौर से आयरन और फॉलिक एसिड की कमी हो जाती है और वे एनीमिया की शिकार हो जाती हैं।
- -चोट लगने या किसी सर्जरी के कारण शरीर से बहुत ज्यादा रक्तस्राव या पीरियड के दौरान ज्यादा ब्लीडिंग हो तब भी यह समस्या हो सकती है।
- -गर्भावस्था में अगर आयरन और फॉलिक एसिड का पर्याप्त मात्रा में सेवन न किया जाए तो स्ति्रयों में एनीमिया होने का खतरा खासतौर से बढ़ जाता है, क्योंकि गर्भस्थ शिशु भी मां के शरीर से काफी मात्रा में आयरन और फॉलिक एसिड ग्रहण कर रहा होता है।
एनीमीया के लक्षण
- -सिरदर्द
- थकान
- अक्सर नींद आना
- चक्कर आना
- आंखों के आगे अंधेरा छाना
- डार्क सर्कल होना
- हृदय गति का असामान्य होना
- नाखूनों की रंगत सफेद पड़ना
- बेहोशी का दौरा, आदि।
इसके लिए बचाव
- -संतुलित और पौष्टिक आहार लें।
- -हरी पलोदार सब्जियों, फलों और अन्य खाद्य पदार्र्थो जैसे चुकंदर, गाजर, सेब, अनार, खजूर, मूंगफली, गुड़ और सूखे मेवों का सेवन करें।
- -शरीर में फॉलिक एसिड की मात्रा बढ़ाने के लिए कुटू का आटा, ओटमील (जौ), गोभी, मशरूम और ब्रोकली खाएं।
- -कैल्शियम और विटामिन सी के लिए दूध, दही, पनीर, चीज के अलावा संतरा, नींबू, मौसमी, चकोतरा और अंगूर जैसे बिटामिन सी युक्त फलों का आवश्यक रूप से सेवन करें।
- -डॉक्टर की सलाह पर आयरन और फॉलिक एसिड की गोलियां लें।
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