अंतर्राष्ट्रीय पुरुष स्वास्थ्य सप्ताह कई देशों में मनाया जाता है, जिसमें फादर्स डे का महत्वपूर्ण दिन भी शामिल होता है। इस स्वास्थ्य अभियान के वार्षिक उत्सव का मुख्य लक्ष्य निवारण योग्य स्वास्थ्य समस्याओं (शारीरिक और मानसिक दोनों) के बारे में जागरूकता बढ़ाना और पुरुषों व लड़कों के बीच स्वास्थ्य स्थितियों का जल्द पता लगाने और उपचार को बढ़ावा देना है।
यह समय सभी पुरुषों के लिए अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने का एक अच्छा समय है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकतर पुरुष लोगों के साथ अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में चर्चा करना पसंद नहीं करते। केवल सात फीसदी पुरुष ही अपने पुरुष मित्रों के साथ स्वास्थ्य समस्याओं पर ही चर्चा करते हैं। पांच पुरुषों में से एक किसी के साथ भी अपनी बेडरूम समस्याओं, रिश्ते और मूत्र संबंधी समस्याओं जैसे निजी मुद्दों के बारे में बात नहीं करते।
अधिकतर पुरुष सांस्कृतिक मानदंड़ों के कारण अपने स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं देते। ऐसा माना जाता है कि पुरुषों के स्वास्थ्य समस्याओं पर बात करने से उनकी कमजोरी झलकती है जबकि उन्हें मजबूत दिखना चाहिए। यही चीज उन्हें स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर चर्चा करने से रोकता है। अगर आप भी उन पुरुषों में शामिल हैं, जो अपनी स्वास्थ्य संबंधी बातों पर किसी से चर्चा नहीं करना चाहते तो हम आपको कुछ जरूरी स्वास्थ्य पहलुओं के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन पर सभी को ध्यान देना चाहिए।
सामान्य स्वास्थ्य जांच
पुरुषों में स्वास्थ्य समस्याओं की जांचः पुरुष अक्सर स्वास्थ्य जांच कराने से कतराते हैं जब तक हालात बद से बदतर नहीं हो जाते। आदर्श रूप से सभी पुरुषों को अपनी उम्र के हिसाब से अपने नजदीकी स्वास्थ्य प्रदाता के पास जाकर निरंतर अंतराल पर स्वास्थ्य जांच करानी चाहिए।
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शारीरिक फिटनेस
पुरुषों में जीवनशैरी चुनावों का विश्लेषणः मोटापा आमतौर पर फिलहाल वैश्विक रूप से सबसे बड़ी समस्या बनकर उभरी है। विश्व भर में करीब 30 फीसदी लोग मोटे या उनका वजन जरूरत से ज्यादा बढ़ा हुआ है। चार में तीन पुरुष या तो मोटे हैं या उनका वजन जरूरत से ज्यादा बढ़ा हुआ है।
मानसिक स्वास्थ्य
पुरुषों में मानसिक स्वास्थ्य की जांचः अधिकतर पुरुष दूसरे लोगों के साथ अपनी निजी समस्याओं के बारे में चर्चा करना पसंद नहीं करते। वे अपनी भावनाओं को छिपा कर रखते हैं और कभी साझा नहीं करते, जिसके परिणामस्वरूप कई मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं हो जाती है। ऐसा कहा जाता है कि करीब 75 फीसदी आत्महत्या पुरुषों द्वारा की जाती है। पुरुषों में मानसिक स्वास्थ्य एक उभरती हुई समस्या है और इसे पूर्ण देखभाल के साथ हल किया जाना चाहिए।
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यौन रूप से स्वस्थ
पुरुषों को यौन स्वास्थ्य की करानी चाहिए जांचः विभिन्न शारीरिक, मनोवैज्ञानिक, पारस्परिक और सामाजिक कारक किसी व्यक्ति के यौन स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। ऐसा अनुमान है कि 10 में कम से कम 1 आदमी को संबंध बनाने से संबंधित समस्या है, जिसमें शीघ्रपतन या स्तंभन दोष शामिल हैं। ज्यादातर पुरुष दूसरों के साथ इन मुद्दों पर चर्चा करने में असहज महसूस करते हैं, और बाद में जरूरी सहायता ढूंढते हैं, जिसके कारण उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
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