कंजेस्टिव हार्ट फैल्‍योर के शुरुआती लक्षणों को कैसे पहचानें

कंजेस्टिव हार्ट फैल्योर उस परिस्थिति को कहते हैं, जब दिल शरीर की जरूरत के मुताबिक पर्याप्त मात्रा में रक्त पंप नहीं कर पाता।
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कंजेस्टिव हार्ट फैल्‍योर के शुरुआती लक्षणों को कैसे पहचानें


कंजेस्टिव हार्ट फैल्योर उस परिस्थिति को कहते हैं, जब दिल शरीर की जरूरत के मुताबिक पर्याप्त मात्रा में रक्त पंप नहीं कर पाता। इसका अर्थ यह नहीं होता कि दिल पूरी तरह काम करना बंद कर देता है, लेकिन वह काम पूरी क्षमता से नहीं कर पाता। इसका परिणाम यह होता है कि इस परिस्थिति से पीडि़त लोग आमतौर पर कमजोर और थका हुआ महसूस करते हैं। इसके साथ ही उन्हें सांस उखड़ने की शिकायत होती रहती है।

कंजेस्टिव हार्ट फैल्यो‍र में हालात लगातार बिगड़ते रहते हैं। कई बार कुछ दवाओं और जीवनशैली में बदलाव से आप इस परिस्थिति को शुरुआती अवस्था में ही रोक सकते हैं। हालांकि, स्थिति को समय रहते काबू न किया जाए, तो आखिर में हृदय-प्रत्यारोपण अथवा वीएडी (वेन्ट्रि कुलर असस्टि डिवाइस) लगाने की जरूरत पड़ सकती है। अगर आपको अथवा आपके किसी परिचित को यह समस्या  है, तो आप अकेले नहीं हैं। एक अनुमान के अनुसार अकेले अमेरिका में करीब पचास लाख लोग हृदय की इस परिस्थिति का सामना कर रहे हैं। वहीं यूरोप में यह आंकड़ा एक करोड़ के करीब है। लेकिन, चिकित्सा जगत में आयी नयी तकनीकों ने दिल के मरीजों की जिंदगी को काफी हद तक आसान बनाने का काम किया है।

Heart Failure in Hindi

स्वस्थ दिल कैसे काम करता है

दिल का आकार हमारी मुठ्ठी के बराबर माना जाता है। इसका काम पूरे शरीर में रक्त पंप करना होता है। दिल के अंग होते हैं – दायां और बायां। हर अंग में दो चेम्बर होते हैं- अपर चेम्बर और लोअर चैंबर। शरीर में पर्याप्त मात्रा में सुचारू रूप से रक्त प्रवाह करने के लिए इन चारों का सही प्रकार से काम करना जरूरी होता है।

क्यों होता है हार्ट फेल

हृदय की कई प्रकार की समस्याओं के कारण कंजेस्टिव हार्ट फैल्योर होता है। इनमें -

  • कोरोनेरी हार्ट डिजीज
  • हार्ट अटैक
  • उच्च रक्तचाप
  • मोटापा
  • अनुवांशिक कारण
  • वायरस अथवा संक्रमण
  • गर्भावस्था के दौरान अथवा बाद में होने वाला हार्ट फैल्योर, आदि जैसी समस्‍यायें शामिल होती हैं


हार्ट फैल्यो‍र दिल के दायें और बायें किसी भी हिस्से हो सकता है, लेकिन आमतौर पर यह बायें हिस्से में अधिक होता है। यह तब होता है जब दिल पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन युक्त रक्त पूरे शरीर में पंप नहीं कर पाता।

एडवांस कंजेस्टिव हार्ट फैल्योर के लक्षण

कंजेस्टिव हार्ट फैल्योर को ‘एडवांस’ तब माना जाता है जब –

  • लक्षणों को दवाओं के जरिये नियंत्रित न किया जा सके
  • दिल की समस्याओं के चलते लोगों को कई बार अस्पताल में भर्ती कराना पड़े।
  • दिल उसे प्राप्त होने वाले रक्त का केवल 25 फीसदी अथवा उससे भी कम हिस्सा पंप कर पाए। (आमतौर पर यह 60 फीसदी अथवा उससे अधिक रक्त  पंप करता है)


जिस व्यक्ति को एडवांस हार्ट फैल्योर की शिकायत हो उसके लिए रोजमर्रा की एक्टिविटी जैसे सीढि़यां चढ़ना अथवा पैदल चलना भी काफी थकान भरा हो सकता है। इसी काम से उसकी सांस फूलने लगती है। हार्ट फैल्योर के तीन शुरुआती लक्षण इस प्रकार हैं- सामान्य थकान, सांस उखड़ना और पैरों, एडि़यों अथवा टांगों में सूजन है।

Congestive Heart Failure in Hindi

इसके अलावा ये लक्षण भी हो सकते हैं  

  • खांसी
  • सोने में दिक्कत
  • बिना किसी कारण के अधिक वजन बढ़ना
  • पेट की निचली मांसपेशियों में सूजन
  • भूख कम होना अथवा अपच की शिकायत होना
  • नियमित मतली अथवा उल्टी होना
  • अनियमित धड़कनें
  • धड़कनों की तेज रफ्तार


अगर आपको ये परेशानियां हो रही हों, तो बिना देर किये डॉक्टरर से संपर्क करें। इसके साथ ही अपने जीने का अंदाज बदलें। तैलीय भोजन और जंक फूड से दूर रहें। व्यायाम करें और तनाव प्रबंधन की कला सीखें। इन तरीकों को आजमाकर अपने दिल को बीमारियों से बचा सकते हैं।



Image Source - Getty

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