नींद की आगोश में जानें के लिए आजमायें 30 सेकेंड की ये ट्रिक

अनिद्रा की बीमारी से परेशान हैं तो ये 30 सेकेंड की ये ट्रिक आजमायें, इस ट्रिक का प्रयोग कैसे करें, इसके बारे में जानने के लिए इस लेख को पढ़ें।
  • SHARE
  • FOLLOW
नींद की आगोश में जानें के लिए आजमायें 30 सेकेंड की ये ट्रिक

स्वास्थ्य की हर समस्या की जड़ नींद से जुड़ी हुई है। शहरीकरण के दौर में हर तीसरा व्‍यक्ति अनिद्रा की समस्या से ग्रस्‍त है। अगर नींद ठीक से पूरी होती है तो पूरे दिन शरीर में स्फूर्ति बनी होती है। वरना सिर भारी रहना, उबासियां आना, जी न लगना व इसी तरह के कई बीमारी साथ में लगे रहते हैं। लेकिन कई मुश्किलों के बावजूद अगर नींद ना आएं तो क्या किया जाए।

अनिद्रा की बीमारी किसी को भी और किसी भी उम्र के लोगों को हो जाती है। ऐसे में अनिद्रा की बीमारी से निपटने के लिए कई लोग दवाईयों की मदद ले लेते हैं जबकि ये गलत है। मीना को भी ये बीमारी थी और उसने दवाईयों की मदद ली। शुरू में तो दवाईयों से उसे नींद आने लगी। लेकिन जब दवाईयों की आदत पड़ गई तो दवा ने भी असर दिखाना बंद कर दिया। ऐसे में मीना ने अधिक मात्रा में दवा लेना शुरू किया जिससे उसेक स्वास्थ्य पर गलत असर पड़ने लगा। तब मीना ने साइक्लोजिस्ट की मदद ली। इसी बीच मीना को किसी ने ये 30 सेकेंड की ट्रिक बताई।

 

30 सेकेंड की ट्रिक

30 सेकेंड के इस ट्रिक में आप अपने दिमाग को 30 सेकेंड के अंदर सोने के लिए ट्रेन करते हैं। ये बहुत ही कारगर ट्रिक है जिसकी मदद से आप अपनी अनिद्रा की बीमारी दूर कर सकते हैं साथ ही स्वास्थ्य को होने वाले नुकसानों से बचा सकते हैं। 

 

आप भी आजमायें

ये ट्रिक वो लोग भी अपना सकते हैं जिनको काफी मुश्किलों के बाद नींद आती है। मतलब बिस्तर में लेटने के 15 मनिट बाद तक अगर आप करवटें बदलते रहते हैं तो ये ट्रि आपके लिए भी काफी फायदेमंद होगी। क्योंकि बिस्तर में रोज 15 मिनट करवटे बदलते हुए आप अपने जीवन के 91 घंटे करवटे बदलने में गुजार दोते हैं। ऐसे में ये 30 सेकेंड की ट्रिक आपके जीवन के 91 घंटे बचा सकती है।

अगर आपमें इनसोमनिया के लक्षण हैं और आपको बिस्तर में पहुंचकर भी सोने में एक घंटे से अधिक का समय लगता है तो ये ट्रिक आपके लिए वरदान है। वैसे भी इसके लक्षण पूरी तरह बीमारी में बदल जाएं उससे अच्छा है कि आफ इस ट्रिक को आजमा लें।

स्लीपिंग

 

ट्रिक से पहलें ये करें

इस ट्रिक को शुरू करने से दो हफ्ते पहले कॉफी लेना बंद कर दें। अच्छी नींद के लिए सबसे पहलें जरूरी है कि अपने खानपान में से इन चीजों को हटा दें।

  • कॉफी
  • चाय
  • चॉकलेट
  • कोला
  • जंक फुड   


इस तरह से करें दिमाग को ट्रेन
पढ़ें- सबसे पहले पढ़ने की आदत अपनाइए। रोत को बिस्तर में किताब पढ़ने की आदत डालें। इससे दिमाग रिलेक्स होता है और दिनभर की उलझनों और परेशानियों से दिमाग हटकर किताब में लगता है।

 

दिमाग को सेट करें

ये प्रोसेस किताब पढ़ने के बाद शुरू होगी। इसके लिए किताब पढ़ते वक्त दिमाग को सेट करें। इसके लिए शुरुआत में छोटे-छोटे हिस्सों में नींद लेने की आदत डालें। मतलब किताब पढ़ना जब शुरू करें तो उसके एक घंटे के बाद का अलार्म लगा लें। किताब पढ़ने के बीस से तीस मिनट बाद नींद आनी शुरू हो जाती है। इस नींद को तीस मिनट बाद बजने वाला अलार्म तोड़ देगा। इससे दिमाग में खलल पैदा होगी साथ ही दिमाग नींद की अहमियत समझेगा।

एक बात हमेशा याद रखें। दिमाग हमेशा जगे रहता है। गहरी नींद के दौरान भी दिमाग जगे रहता है। ऐसे में दिमाग को थकाना जरूरी है। जब ये नींद टूट जाए तो फिर से किताब पढ़ना शुरू करें। इस तरह से शुरुआत में दो छोटी नैप लें। तीसरी नैप में अलार्म सुबह का सेट करें।

ये ट्रिक में थोड़ा समय लगता है। लेकिन ये काफी कारगर है। एक महीने के रेग्युलर प्रैक्टिस के बाद आपको बिस्तर में लेटते ही नींद आने लगेगी।

नोट

  • इसके लिए कॉफी दो हफ्ते पहले जरूर छोड़ें।
  • सुबह पांच बजे जरूर उठें।
  • सुबह तीस मिनट जरूर टहलें।

 

Read more articles on Mental Health in Hindi.

Read Next

डिप्रेशन के मरीजों के लिए रामबाण है मछली का तेल

Disclaimer