
शरीर को किसी न किसी रूप में विटामिन की जरूरत होती है क्योंकि विटामिन की कमी से शरीर में कई और दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं। विटामिन ई अद्वितीय गुणों से भरपूर है। आज बाजार में विटामिन ई के रूप में कई सप्लीमेंट्स भी मौजूद हैं। झुर्रियों को रोकने में विटामिन ई लाभकारी है, यह तो लगभग हम सभी जानते है। आइए जानें विटामिन ई के और उसके कार्यों के बारे में।के
- विटामिन ई खून में लाल रक्त कोशिकाओं का निर्माण करता है।
- शरीर में अनेक अंगों को सामान्य रूप में बनाये रखने में विटामिन ई ही मदद करता है। जैसे- मांसपेशियां और अन्य टिश्यू।
- रक्त सेल्स के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए सेल के बाहरी कवच यानी सेल मेमब्रेन को बनाए रखने का काम विटामिन ई करता है।
- अगर शरीर में विटामिन ई पर्याप्त मात्रा में है, तो ऐसे में शरीर में विटामिन ए आवश्यकता उतनी नहीं पड़ती है।
- हार्मोंस संतुलन के लिए विटामिन ई का महत्वपूर्ण योगदान है।
- शरीर के फैटी एसिड को संतुलन करने का काम विटामिन ई का है।
- प्रीमेच्योर या नवजात शिशु को विटामिन ई की कमी से एनीमिया जैसी ही कई बीमारियां हो सकती हैं। विटामिन ई इन सबसे बच्चे की रक्षा करता है।
- शरीर में विटामिन ई की कमी हो जाने से किसी भी रोग का संक्रमण जल्दी लग जाता है।
- विटामिन ई की कमी से मानसिक समस्याएं भी हो सकती है।
- विटामिन ई की कमी से शरीर में कई रोगों के होने की संभावना बढ़ जाती है जैसे- नपुंसकता, बांझपन, आंतों में घाव, गंजापन, गठिया, पीलिया, मधुमेह, हृदय रोग।
- विटामिन ई में किसी भी प्रकार की पीड़ा, दर्द को दूर करने का विशेष गुण होता है।
- विटामिन ई की कमी से थायराइड ग्लैण्ड तथा पिट्यूटरी ग्लैण्ड की कार्यशैली में बाधा उत्पन्न हो जाती है।
- त्वचा को सुडौल और खूबसूरत बनाने और झुर्रियां दूर करने में विटामिन ई बहुत लाभकारी है।
- विटामिन ई वनस्पति तेल में पाया जाता है। इसके अलावा गेहूं, हरे साग, चना, जौ, खजूर, मांढ के चावल, मक्खन, मलाई, शकरगन्द, अंकुरित अनाज और फलों में पाया जाता है।
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