प्रेग्नेंसी में ये 6 एक्सरसाइज करने से शिशु रहता है फिट, इम्यूनिटी भी होगी मजबूत

- स्ट्रेचिंग व्यायाम करने से मांसपेशियां लचीली व गर्म होती है।
- गर्भावस्था के दौरान जब ब्लड प्रेशर हाई तो व्यायाम न करें।
- व्यायाम करने वाली जगह पर पर्याप्त रोशनी व हवा होनी चाहिए।
क्या आप जानते हैं व्यायाम ना सिर्फ आम दिनों में बल्कि गर्भावस्था के दौरान भी आपको फिट रखता है। इस दौरान डॉक्टर भी हल्के-फुल्के व्यायाम की सलाह देते हैं। पैदल चलना या घर में कम थकान वाले काम भी व्यायाम के बराबर ही माने जाते हैं। लेकिन अगर आप गर्भावस्था के दौरान फिट रहने के लिए कुछ ऐसे व्यायामों की तलाश में हैं जिन्हें आप घर पर कर सकें, तो परेशान मत होइए।
- अपनी गर्दन व कंधो को रिलैक्स रखें। सिर को आगे झुकाएं। धीरे-धीरे अपने सिर को दाहिने कंधे की ओर घुमाएं फिर वापस सिर को बीच में लाएं उसके बाद सिर को बाएं कंधे की तरफ घुमाएं। इस तरह से इस प्रक्रिया को धीरे-धीरे चार बार दोहराएं।
- गर्भावस्था के दौरान स्ट्रेचिंग व्यायाम करने से मांसपेशियां लचीली व गर्म होती है। इससे गर्भावस्था में प्रसव के समय काफी फायदा मिलता है।
- लेबर पेन के दौरान पेल्विक, हिप्स और पैरों में दर्द की समस्या बहुत बढ़ जाती है। लेकिन यदि गर्भवती महिलाएं गर्भावस्था के दौरान योगा करेंगी तो रेगुलर प्रैक्टिस से उन्हें पैल्विक, हिप्स और पैरों की मसल्स को स्ट्रैच करने में आसानी होगी।

- प्रतिदिन योगा करने से गर्भावस्था के दौरान असामान्य रक्तचाप की समस्या सॉल्व हो जाती है, इसके साथ ही शुगर लेवल भी कंट्रोल रहता है। इससे गर्भावस्था के दौरान होने वाली जेस्टेशनल डायबिटीज या उच्च रक्तचाप की समस्या से आसानी से बचा जा सकता है।
- योगा को नियमित रूप से जीवन में शामिल कर गर्भवती महिलाएं अपने शरीर और दिमाग की नसों को ब्रिदिंग एक्सरसाइज से नॉर्मल कर सकती हैं। इससे हार्मोंस संतुलित होते हैं और महिलाएं भावनात्मक रूप से मजबूत होती हैं।
- सुबह, दोपहर और शाम को काम के बाद शरीर को पूरी तरह ढीला छोड़कर आराम करने की मुद्रा में रहना भी जरूरी है। आराम के लिए व्यायाम भी जरूरी है, इससे दूसरे काम करने के लिए आपमें चुस्ती-फुर्ती बनी रहती है।
प्रेग्नेंसी में न करें ये एक्सरसाइज
- गर्भावस्था के दौरान वेटलिफ्टिंग बिल्कुल नहीं करनी चाहिए। ऐसा करने से मस्तिष्क कोशिका में तनाव और कार्डियोवस्कुलर समस्याएं पैदा हो जाती हैं। इससे समय से पहले ही आपको लेबर पेन हो सकता है इसलिए प्रेग्नेंसी में वेटलिफ्टिंग ना करें।
- हाई इम्पैक्ट स्पोर्ट्स जैसे बास्केटबॉल, बेसबॉल, टेनिस आदि खेलने से आपको चोट लग सकती हैं। इसलिए गर्भावस्था के दौरान हाई इम्पैक्ट स्पोर्ट्स से दूर रहें।
- गर्भावस्था के दौरान सिट-अप्स और क्रंचेज ना करें। ऐसा करने से कोर मसल्स पर वजन कम करने और फैट बर्न करने का दबाव बन जाता है।
- हाई इंटेन्सिटी वर्कआउट की प्रक्रिया के दौरान हृदय को रक्त की अधिक जरुरत होती है। गर्भावस्था के दौरान हाई इंटेन्सिटी वर्कआउट करने से दिल की धड़कने बढ़ जाती हैं जो कि माता और शिशु दोनों के लिए हानिकारक हो सकती हैं।

सावधानियां
- योगा करने से पहले आपको इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए कि अपने डॉक्टर की सलाह के बिना आप कोई एक्सरसाइज ना करें। इसके साथ ही यदि आप पहली बार योगा करने जा रही हैं तो सही पोस्चर के लिए किसी योगा एक्सपर्ट की देखरेख में ही योगा करें। जिससे आपको अधिक से अधिक योगा के लाभ मिल सकें।
- गर्भावस्था के दौरान जब ब्लड प्रेशर हाई तो व्यायाम न करें।
- ब्लीडिंग होने पर और आंवल या प्लेसेंटा नीचे होने पर भी एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए।
- व्यायाम के दौरान यदि आप थकान व चक्कर जैसा महसूस कर रही हैं तो एक्सरसाइज करना बंद कर दें और आराम करें। यदि समस्या ज्यादा हो रही हो तो तुरंत डॉक्टर से संपंर्क करें।
- व्यायाम करने वाली जगह पर पर्याप्त रोशनी व हवा होनी चाहिए।
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Source: ओन्ली माई हैल्थ सम्पादकीय विभाग Nov 29, 2018
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