लैपटॉप से निकलने वाला रेडियेशन बना रहा आपको बीमार

लैपटॉप से निकलने वाले रेडियेशन के कारण कई प्रकार की बीमारियों के होने का खतरा अधिक होता है, यह व्‍यक्ति को बीमार बना रहा है।
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लैपटॉप से निकलने वाला रेडियेशन बना रहा आपको बीमार

आजकल लैपटॉप और मोबाइल के बिना कोई काम नहीं कर सकता और इसका प्रयोग, लैपटॉप से लोग ऑफिस के अलावा घर में भी बहुत प्रयोग करते हैं। लेकिन शायद यह आपको नहीं पता कि इससे निकलने वाला रेडियेशन आपको बीमार बना रहा है।

ऊंगलियों ने इशारा किया नहीं कि दुनियाभर की जानकारियां तुरंत आप लैपटॉप के स्क्रीन पर पा सकते हैं। लेकिन जितनी तेजी से लैपटॉप लोगों की जरूरत का प्रमुख हिस्‍सा बन गया है उतनी ही तेजी से यह बीमारी भी फैला रहा है।

लैपटॉप में लेड यानी सीसा होता है, इसके अलावा इसमें पॉलीविनायल क्लोराइड, क्रोमियम, ब्रोमाइन और बीएफआर यानी ब्रोमीनेटेड फ्लेम रिटार्डेट जैसे केमिकल होते हैं। ये केमिकल्स सेहत के लिए बहुत नुकसानदेह हैं।

लैपटॉप के स्क्रीन पर मौजूद सीसा आपके नर्वस सिस्टम को प्रभावित करता है। सीसा से खून और दिमागी विकार होने का खतरा रहता है। लैपटॉप में मौजूद पीवीसी और क्रोमियम जहरीला होता है। इससे निकलने वाला रेडियेशन से प्रजनन क्षमता पर भी असर होता है।

 

Laptop Radiation

 

 

वॉयरलेस लैपटॉप से अधिक खतरा

यदि आप वॉयरलेस लैपटॉप का प्रयोग अधिक करते हैं तो यह आपके लिए और ज्‍यादा खतरनाक साबि‍त हो सकता है। वॉयरलेस लैपटॉप से इलेक्‍ट्रोमेग्‍नेटिक रेडिएशन से अधिक गर्मी और वाइब्रेशन का असर भी आपकी सेहत पर पड़ता है। इसके अलावा वाईफाई नेटवर्क के जरिये होने वाला वायरलेस रेडिएशन सेहत पर काफी बुरा असर डालता है। इस रेडिएशन को लेकर अब भी रिसर्च जारी है।

 

प्रजनन क्षमता पर प्रभाव

लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है, इसके कारण नपुंसकता भी हो सकती है। इस पर न्‍यूयार्क में किये गये शोध के मुताबिक लैपटॉप से निकलने वाले रेडियेशन से पुरुषों के शरीर के तापमान लगातार बढ़ता है और इससे प्रजनन क्षमता घटती है। लैपटॉप को गोद में रखकर काम करने से इससे निकलने वाले विकिरण से अंडकोष की संरचना पर विपरीत असर पड़ता है।

 

मानसिक रोग

लैपटॉप के रेडियेशन से स्‍मरण शक्ति पर प्रभाव पड़ता है और इसके कारण आपकी याददाश्‍त कम हो सकती है। लैपटॉप का लगातार इस्तेमाल और इसके रेडियेशन से हमारी स्मरणशक्ति कमजोर होती है और अल्जाइमर जैसी समस्याएं सामने आती हैं। लैपटॉप पर हेडफोन के साथ देर तक काम करने से हर समय लगता है कि कानों में कुछ गूंज रहा है। नींद आने में भी परेशानी होती है।

 

आंखों को नुकसान

लैपटॉप की स्क्रीन से लगातार सॉफ्ट रेडियेशन किरणें निकलती रहती हैं, जिनका आंखों पर बुरा असर पड़ता है। आंखों के बाहरी हिस्से पर पानी जैसा एक द्रव्य पाया जाता है, जिससे हमारा दृश्य साफ होता है। इसकी कमी से दृष्टि दोष व आंखों में दर्द जैसी समस्याएं होती हैं। इससे बचने के लिए आंखों को आराम देना होता है, जो पलकों के झपकने से उन्हें मिलता है। लेकिन लैपटॉप स्‍क्रीन से निकलने वाला रेडियेशन इस द्रव को प्रभावित करता है। इन रेडियेशन किरणों से व्यक्ति को दूर दृष्टि दोष होने की आशंका बढ़ जाती है।

 

Harmful Radiation from Laptop

 

कारपेल्‍टन सिंड्रोम

लैपटॉप के रेडियेशन के कारण युवाओं में यह समस्या तेजी से बढ़ रही है। देर तक लैपटॉप पर टाइप करने और इसके रेडियेशन के संपर्क में आने के कारण उंगलियां सुन्न पड़ जाती हैं, कलाई व बाजू के हिस्सों में सूजन व दर्द होता है।

 

लैपटॉप रेडियेशन से बचने तरीके

  • लगातार अधिक देर तक लैपटॉप पर काम न करें, थोड़े-थोड़े समय पर ब्रेक लीजिए।
  • लैपटॉप को गोद में रखकर काम न कीजिए, इसे टेबल पर रखकर काम करें।
  • लैपटॉप प्रयोग करते समय एंटी ग्‍लेयर चश्‍मे का इस्‍तेमाल कीजिए, इससे रेडियेशन आंखों के द्रव्‍य को सुखा नहीं पाता।
  • वॉयरेलेस लैपटॉप की बजाय इंटरनेट केबल का प्रयोग कीजिए।

 

 

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