मलाइका की फिटनेस के दीवानों की कमी नहीं है, और हो भी क्यों न, उनकी फिटनेस है ही इतनी कमाल की। चलिये आज जानें की उनकी इस बेहतरीन फिटनेस का राज़ क्या है, और वो भी मलाइका की ही ज़बानी।
मलाइका का फिटनेस फंडा
मेरा कोई फिजकल ट्रेनर नहीं है, मैं हर दिन 15-20 मिनट एक्सरसाइज करती हूं। मेरा मानना है कि बैले डान्स, एरोबिक्स, एक्सरसाइज करने के आसान और दिलचस्प तरीके हैं, जिन्हें मैं हमेशा अपनाती हूं। आम तौर पर लोगों में यह धारणा है कि आलू खाने से मोटापा बढ़ता है, पर मैं तो आलू प्रेमी हूं। मेरा वजन आलू खाने से भी नहीं बढ़ता, क्योंकि मैं एक्सरसाइज से वजन को नियंत्रित कर लेती हूं। हर चीज, फिर वो चाहे तैलीय, स्पाइसी ही क्यों न हो, उसे खाने में नियंत्रण बरतें तो ओबेसिटी से बचा जा सकता है। मां बनने के बाद अगर हर स्त्री यह ठान ले कि उसे शेप में रहना है, तो मोटापा कभी नहीं आ पाएगा। मैं कभी ज्यादा नहीं खाती, न ही अपने आपको स्टार्व करती हूं। एक्सरसाइज करने में आलस नहीं करती। पार्टियों में कभी जाना भी पड़े तो यह कोशिश करती हूं कि मुझे 7-8 घंटों की नींद मिल जाएं। संतुलित आहार लेती हूं, बहुत सारा पानी और कोकोनट वॉटर लेती हूं। और उतनी ही महत्वपूर्ण बात यह है कि मैं हार्ड ड्रिंक्स, स्मोकिंग से दूर रहती हूं। मैं तनाव को बहुत गंभीरता से लेती नहीं।
बहुत सारे लोग इस बात पर ताज्जुब करते हैं कि डिलीवरी के बाद भी मेरे फिगर में कोई बदलाव नहीं आया। मुझे कहने में फº है कि मां बनने के बाद ही मुझे एक स्त्री के रूप में पूर्णत्व मिली है, मुझे लगा कि जीवन में मैंने सब कुछ पा लिया। मां बनने के एहसास को मैं लफ्जों में बता नहीं सकती। इन खुशियों में और भी इजा़फा तब हुआ जब मेरे करियर ने तेजी से चढ़ना शुरू किया।
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मेरा फिटनेस फंडा
फिटनेस को लेकर मैंने कभी कोई हौआ नहीं बनाया। मैं हमेशा बहुत खुश रहती हूं। आप अच्छा फिगर तभी पा सकते हैं जब आप पॉजिटिव विचारों वाले व्यक्ति हों। मेरे संपूर्ण व्यक्तित्व में जो निखार आया है, उसमें मेरे परिवार का भी योगदान है, क्योंकि मुझे खुशियां देने में उन सभी का बहुत श्रेय रहा है। अपने फिगर को बरकरार रखने और फिटनेस के लिए मैं कुछ अतिरिक्त प्रयास नहीं करती। संतुलित आहार और नियमित एक्सरसाइज यह सब मैंने अपनी दैनिक दिनर्चा का हिस्सा बना रखा है। मेरी मॉम केरल की साउथ इंडियन क्रिश्चियन तो पिताजी पंजाबी हैं। मुंबई में पली-बढी हूं मैं, यहां के मराठी कल्चर, खानपान से अच्छी तरह वाकिफ हूं। इसीलिए मेरी फूड हैबिट्स मिक्स हो गई है। लेकिन मुझे सबसे ज्यादा सी फूड पसंद है। मुंबई में चारों ओर समुद्र होने की वजह से यहां सी फूड हमेशा ताजा मिलता है।
डिलीवरी के बाद भी मैं सी फूड खाती रही। सी फूड से आवश्यक मात्रा में विटमिन ए, कैल्शियम तथा मिनरल्स की पूर्ति होती है। कोकोनट ग्रेवी में बना सी फूड मुझे बहुत पसंद है। कोकोनट बालों की सुंदरता के लिए भी अच्छा होता है। अब तो मेरा तीन साल का बेटा भी फिश पसंद करने लगा है।