
मशीन सरीखी हो गई है हमारी जिंदगी। और यह मशीन हफ्ते के सातों दिन घंटों काम करती है। जाहिर सी बात है कि जब मशीन जरूरत से ज्यादा काम करेगी तो इसके कल-पुर्जे भी खराब होंगे। जरूरी मरम्मत और पूरा आराम मशीन रूपी हमारे इस शरीर को सही प्रकार से काम करने लायक बनाता है। और दौड़ना एक ऐसा व्यायाम है जिससे हमारे शरीर के सारे हिस्से अच्छी तरह काम करते हैं। दौड़ने से ना केवल मांसपेशियां मजबूत होती है बल्कि शरीर भी फिट रहता है।
लेकिन, यहां यह सवाल उठता है कि आखिर फिट रहने के लिए कितनी देर तक दौड़ना चाहिये। कुछ लोग 30 से 45 मिनट की दौड़ को जरूरी मानते हैं। वहीं कुछ लोगों का यह मानना है कि इससे कम देर तक दौड़ना भी आपको फिट रख सकता है।
क्या कहते हैं शोध
अमेरिका के एरोबिक्स सेंटर लॉन्गिट्यूडनल स्टडी में दौड़ और दीर्घ आयु के संबंध पर शोध किया गया। इस शोध में 15 वर्षों तक 18 से 100 साल के 55,137 लोगों को शामिल किया गया। इस शोध में बताया गया कि नियमित दौड़ लगाने वाले व्यक्ति, नहीं दौड़ने वालों की तुलना में तीन साल ज्यादा समय तक जीवित रहते हैं। इसमें यह बात निकलकर आई कि पांच मिनट की नियमित दौड़ किसी भी व्यक्ति को दिल का दौरा और अन्य बीमारियों से काफी हद तक बचा सकती है।
नियमित रूप से पांच मिनट दौड़ लगाने वाले लोगों में, दौड़ ना लगाने वालों की तुलना में बीमारियों से मौत का खतरा 30 फीसदी तक कम और दिल की बीमारियों से मौत का खतरा 45 फीसदी तक घट जाता है। नहीं दौड़ने वाले लोगों की तुलना में दौड़ लगाने वाले औसतन तीन साल ज्यादा जीवित रहते हैं।
अमेरीकन हार्ट एसोसिएशन की पत्रिका ने नेशनल रनर्स हेल्थ स्टडी के 15,045 टहलने वालों पर छह वर्षों तक किए गए विश्लेषण के अनुसार, दौड़ने में खर्च ऊर्जा आपको हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, और दिल की बीमारी के खतरे कम करने में कारगर होती हैं।
प्रतिरोधक क्षमता में मजबूती
नियमित रूप से पांच मिनट दौड़ने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है। इससे आप कई सामान्य बीमारियों जैसे एलर्जी, ठंड और खांसी के खतरे से बचे रहते हैं।
डायबिटीज पर नियंत्रण
आज के समय में डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है। यह शरीर में मीठे जहर की तरह फैलती है। इसलिए इससे बचना जरूरी है। इससे बचने में नियमित रूप से पांच मिनट दौड़ना आपकी मदद कर सकता है। दौड़ने से इंसुलिन बनने की प्रक्रिया में सुधार होता है और शरीर में रक्त शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है।
हार्ट अटैक की आशंका कम
नियमित रूप से पांच मिनट दौड़ने से हार्ट अटैक की आशंका भी कम होती है, क्योंकि इससे हृदय की धड़कनें बढ़ जाती हैं। हर धड़कन के साथ हृदय अधिक रक्त पंप करता है, जिससे रक्त नलिकाओं का लचीलापन बरकरार रखने में सहायता मिलती है।
तनावमुक्त करता है
दौड़ना पूरे शरीर के लिए टॉनिक की तरह होती है। दौड़ने के दौरान शरीर से एंडॉर्फिन नामक केमिकल यानी फीलगुड केमिकल का स्राव होता है। जिससे आप तनावमुक्त रहते है। चिकित्सकों का कहना है कि दौड़ना न केवल तनावमुक्त करता है, बल्कि दर्द निवारक की तरह भी काम करता है।
कोलेस्ट्रॉल कम करें
दौड़ना आपके शरीर में एक स्वस्थ कोलेस्ट्रॉल स्तर को बनाए रखने में मदद करता है, और इसके साथ जुड़े विभिन्न समस्याओं के खतरे को कम करता है।
पाचन संबंधी समस्याओं में कारगर
पसीना निकालने वाली दौड़ मेटाबॉलिज्म को तेज कर अतिरिक्त चर्बी को जलाने का काम करती है। दौड़ने से भूख लगती है और पाचन में सुधार होता है।
दौड़ने से शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य संतुलित होता है। तो फिर क्यों न अपने दिनचर्या में प्रतिदिन पांच मिनट की दौड़ को शमिल कर सम्पूर्ण रूप से स्वस्थ रहा जाये।
Image Courtesy : Getty Images
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