योनि मुद्रा एक प्रभावशाली योग अभ्यास है, जो शरीर को मजबूत और स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
एक्सपर्ट की राय
नोसेंस योगा की योग एक्सपर्ट भोली परिहार ने योनि मुद्रा के फायदे और विधि बताए। आइए जानते हैं इस मुद्रा के बारे में।
योनि मुद्रा
इस मुद्रा का नाम 'योनि' इसलिए पड़ा है क्योंकि इसका आकार महिला गर्भाशय जैसा होता है। इसे करने से इंसान बाहरी दुनिया से थोड़ा अलग होकर अंदर की शांति और संतुलन को महसूस करता है।
पॉजिटिव एनर्जी मिलना
योनि मुद्रा तनाव, चिंता और गुस्से को दूर करके शरीर को शांत और मन को स्थिर रखने का काम करती है, जिससे दिमाग में पॉजिटिव एनर्जी बनी रहती है।
मूड होगा बेहतर
इस मुद्रा के अभ्यास से दिमाग में अच्छे रसायन निकलते हैं, जो मूड को बेहतर बनाते हैं और हमें शांति का अनुभव कराते हैं, जिससे नेगेटिव सोच भी धीरे-धीरे खत्म होती है।
नींद में सुधार
जो लोग नींद न आने या बार-बार नींद टूटने की समस्या से जूझते हैं, उनके लिए योनि मुद्रा बहुत फायदेमंद है। यह नींद लाने वाले हार्मोन को संतुलित करती है और गहरी नींद दिलाती है।
योनि मुद्रा करने का तरीका
इस मुद्रा को करने के लिए सुखासन या वज्रासन में बैठें। फिर अपने हाथों की उंगलियों को आंख, नाक और मुंह पर खास तरीके से रखें और धीरे-धीरे गहरी सांस लेकर ओम का उच्चारण करें।
हमिंग साउंड निकलना
इस मुद्रा में भंवरे जैसी आवाज (हमिंग साउंड) की जाती है, जिससे चेहरे की नसों में कंपन होता है। ये कंपन मस्तिष्क को शांत करके ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है।
तंत्रिका तंत्र को मजबूत होना
योनि मुद्रा तंत्रिका तंत्र को मजबूत करती है और शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालने में मदद करती है। इससे शरीर अंदर से साफ और ऊर्जा से भर जाता है।
महिलाओं के लिए फायदेमंद
योनि मुद्रा महिलाओं के प्रजनन तंत्र से जुड़ी दिक्कतों जैसे पीरियड्स में दर्द, गर्भधारण में परेशानी या हार्मोन असंतुलन जैसी समस्याओं को दूर करने में मददगार होती है।
अगर किसी को पीठ या गर्दन में दर्द है या शरीर में बुखार या कमजोरी महसूस हो रही है, तो इस मुद्रा को करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com