आज अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 है। इस साल का थीम Yoga for One Earth, One Health है जो दुनियां के सभी देशों को एक साथ योग करने के लिए प्रेरित करता है। योग को लेकर लोगों के मन में अक्सर सवाल आते हैं, ऐसा ही एक सवाल है क्या पीरियड्स में योग कर सकते हैं? आइए PubMed की रिपोर्ट से जानें इस सवाल का जवाब।
पीरियड्स में योग
क्या पीरियड्स में योग कर सकते हैं? कहीं शरीर को नुकसान तो नहीं हेगा? ऐसे सवाल हर महिला के दिमाग में आते हैं, तो आइए जानते हैं इसका जवाब।
योग से पीरियड पेन में राहत
स्टडी के अनुसार, 12 सप्ताह के हठ योग अभ्यास से युवतियों के मासिक दर्द, शरीर की लचक और मूड में सुधार देखा गया।
रेगुलर योग से क्या होता है?
60 महिलाओं पर हुई रिसर्च में यह पाया गया कि रेगुलर योग से प्राइमरी डिसमेनोरिया यानी पीरियड्स पेन में काफी कमी आती है।
PMS और योग
योग सिर्फ दर्द ही नहीं, मूड स्विंग और चिड़चिड़ापन और थकान जैसे लक्षणों मे भी आराम देता है। ध्यान और प्राणायाम इसमें अहम भूमिका निभाते हैं।
कौन से आसन करने चाहिए?
हल्के आसन जैसे बद्ध कोनासन, बालासन, भुजंगासन से राहत मिलती है। लेकिन पिरियड्स के दौरान शीर्षासन करने से बचना चाहिए।
रूटीन में कैसे शामिल करें?
सुबह 10 मिनट हल्का योग और शाम को 5 मिनट ध्यान, पीरियड्स के दौरान आपकी एनर्जी और मेंटल हेल्थ को बूसेट करते हैं।
योग डे पर महिलाओं का फोकस
इस बार का थीम पर्यावरण ही नहीं, शरीर और मन की हेल्थ पर भी ध्यान देता है। महिलाओं को अपने लिए समय निकालना चाहिए। योग एक बेहतरीन शुरुआत है।
वैज्ञानिक प्रमाण दिखाते हैं कि पीरियड्स में हल्का योग सुरक्षित और लाभदायक है। International Yoga Day 2025 पर इसे आजमाएं और स्वास्थ रहें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com