योनि मुद्रा करने का सही तरीका क्या है?

By Himadri Singh Hada
15 Apr 2025, 10:00 IST

योनि मुद्रा एक खास योग अभ्यास है, जो महिलाओं की प्रजनन क्षमता बढ़ाने और गर्भाशय की सेहत सुधारने में मदद करता है। इसे नियमित रूप से करने से हार्मोन संतुलन बना रहता है।

योनि मुद्रा

इस मुद्रा को करने के लिए शांत जगह का चुनाव करें और पद्मासन या सुखासन में बैठें। रीढ़ सीधी रखें और आंखें बंद करके ध्यान केंद्रित करें ताकि मन और शरीर में सामंजस्य बना रहे।

योनि मुद्रा कैसे करें?

हाथों की मुद्रा इस अभ्यास में बहुत जरूरी होती है। दोनों हाथों की इंडेक्स फिंगर और अंगूठे को मिलाकर गर्भ के आकार जैसी आकृति बनानी होती है, जिससे ऊर्जा केंद्रित होती है।

शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह

सांस पर ध्यान देना इस मुद्रा का मुख्य हिस्सा है। धीरे-धीरे गहरी सांस लें और छोड़ें, ताकि मानसिक तनाव कम हो और शरीर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बना रहे।

पीरियड से जुड़ी समस्याओं से राहत

इस मुद्रा के अभ्यास से पीरियड से जुड़ी समस्याएं जैसे क्रैम्प और अनियमित फ्लो में आराम मिल सकता है। यह महिलाओं के हार्मोनल हेल्थ को स्थिर करने में बेहद मददगार मानी जाती है।

हाई ब्लड प्रेशर रहेगा कंट्रोल

योनि मुद्रा हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में भी मदद करती है। यह ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाती है और दिमाग को शांत रखती है, जिससे अनावश्यक बेचैनी कम हो जाती है।

ओम मंत्र का उच्चारण करें

इस मुद्रा को करते वक्त ओम मंत्र का उच्चारण किया जा सकता है, जिससे मानसिक स्थिरता मिलती है। यह आध्यात्मिक रूप से एकाग्रता बढ़ती है।

योनि मुद्रा करने का तरीका

मुद्रा से बाहर आने के लिए उंगलियों को धीरे-धीरे खोलें और दोनों हाथों को जोड़कर नमस्ते मुद्रा में लाएं। फिर कुछ देर आराम करें ताकि शरीर सामान्य स्थिति में लौट सके।

एक्सपर्ट से सलाह लें

मानसिक तनाव, डिप्रेशन या किसी मनोवैज्ञानिक परेशानी से जूझ रहे लोगों को इस मुद्रा को करने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए। यह ध्यान और एकाग्रता की मुद्रा है।

योनि मुद्रा का अभ्यास सुबह शांत वातावरण में करना सबसे अच्छा होता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com