सेफ पीरियड चार्ट एक तरीका है जिससे महिलाएं जान पाती हैं कि उनके मासिक चक्र के कौन से दिन गर्भधारण का खतरा कम होता है। इसे फर्टाइलिटी चार्ट भी कहते हैं।
मासिक चक्र को समझना
हर महिला का मासिक चक्र अलग होता है, जो आमतौर पर 28 से 35 दिनों का होता है। इस दौरान शरीर में कई बदलाव होते हैं, खासकर अंडाणु (egg) निकलने का समय।
फलदायक दिन कौन से होते हैं?
मासिक चक्र के बीच में अंडाणु निकलता है। उस दिन और उसके आस-पास के कुछ दिन फर्टाइल होते हैं, यानी गर्भधारण की संभावना ज्यादा होती है।
सेफ पीरियड क्या होता है?
सेफ पीरियड वह समय होता है जब गर्भधारण की संभावना बहुत कम होती है। यह मासिक चक्र के शुरू और अंत के दिन होते हैं।
सेफ पीरियड चार्ट कैसे बनाएं?
महिला अपने मासिक चक्र की लंबाई नोट करती है। फिर इससे फर्टाइल और सेफ पीरियड का हिसाब लगाती है। यह हिसाब हर महीने थोड़ा बदल सकता है।
सेफ पीरियड चार्ट के फायदे
इससे महिला को अपने शरीर को समझने में मदद मिलती है। यह प्राकृतिक तरीका है गर्भनिरोध का, जिसमें कोई दवाई या उपकरण का उपयोग नहीं होता।
सेफ पीरियड के साथ सावधानी
यह तरीका तभी असरदार होता है जब मासिक चक्र नियमित हो। अगर चक्र अनियमित हो, तो गर्भधारण का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए हमेशा संबंध बनाते वक्त प्रोटेक्शन का इस्तेमाल करें।
सेफ पीरियड के साथ सावधानियां
अगर मासिक चक्र अनियमित है तो इस तरीके पर पूरी तरह भरोसा न करें। बेहतर होगा कि डॉक्टर से सलाह लेकर ही इसका इस्तेमाल करें।
सेफ पीरियड चार्ट शरीर को समझने का एक अच्छा तरीका है, लेकिन इसे सही तरीके से और सही समय पर इस्तेमाल करना जरूरी है। हमेशा अपनी सेहत का ध्यान रखें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com