क्या आपकी अभी-अभी शादी हुई है और आप अपने हनीमून पर जा रहे हैं? अगर हां तो ये जानकारी आपके लिए है। आइए जानते हैं क्या है हनीमून सिस्टाइटिस और कैसे इससे बचा जा सकता है।
डॉक्टर की मानें
यहां डॉक्टर मृदुला राघव (कंसल्टेंट ऑब्सटेट्रिशियन, गायनोकोलॉजिस्ट और इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट) के द्वारा कुछ सुझाव दिए गए हैं, जिन्हें आपको हनीमून सिस्टिटिस से खुद को बचाने के लिए नहीं भूलना चाहिए।
क्या है हनीमून सिस्टाइटिस?
हनीमून सिस्टाइटिस एक प्रकार का मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI) है, जो विशेष रूप से महिलाओं में सेक्सुअल रिलेशन बनाने के दौरान या लंबे समय के बाद पहली बार संबंध बनाने पर होता है।
हनीमून सिस्टाइटिस के कारण
सेक्सुअल रिलेशन के दौरान एनल क्षेत्र में पाए जाने वाले ई. कोलाई बैक्टीरिया यूरीथ्रा में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है। महिलाओं में यूरेथ्रा की छोटी लंबाई के कारण ये बैक्टीरिया आसानी से मूत्राशय तक पहुंच सकते हैं।
हनीमून सिस्टाइटिस के लक्षण
पेशाब करते समय जलन या दर्द, बार-बार पेशाब आने की इच्छा, पेट के निचले हिस्से में असुविधा या दबाव, पेशाब में रक्त या गंदगी दिखाई देना आदि हनीमून सिस्टाइटिस के लक्षण हैं।
हनीमून सिस्टाइटिस का उपचार
हल्के मामलों में, हनीमून सिस्टाइटिस अपने आप ठीक हो सकता है। लेकिन यदि लक्षण बने रहें, तो एंटीबायोटिक्स द्वारा उपचार आवश्यक होता है। डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवाओं का पूरा कोर्स पूरा करना जरूरी है, ताकि संक्रमण पूरी तरह से समाप्त हो सके।
हनीमून सिस्टाइटिस से बचाव के उपाय
सेक्सुअल रिलेशन से पहले और बाद में पेशाब करना जिससे बैक्टीरिया को बाहर निकाला जा सके, इंटीमेट क्षेत्र की स्वच्छता का खास ध्यान रखना और सेक्सुअल रिलेशन के दौरान उचित स्वच्छता का पालन करना, इससे बचने के उपाय हैं।
खुद को रखें हाइड्रेट
शादी के तनाव के कारण डिहाइड्रेशन की समस्या होती है, इसलिए हनीमून पर खूब पानी पिएं। साथ ही, क्रैनबेरी जूस मूत्र संक्रमण से लड़ने में मदद करता है। इसलिए इसे पीने से मदद मिल सकती है।
हनीमून सिस्टाइटिस पर रिसर्च
रिसर्च के मुताबिक, हनीमून सिस्टाइटिस 20 से 30 साल की महिलाओं में ज्यादा देखा जाता है। वहीं सिंगल रहने वाली महिलाओं में पचास साल के बाद इसकी शिकायत बढ़ रही है।
अगर आप ऊपर बताए गए लक्षणों का अनुभव कर रहे हैं, तो एक बार डॉक्टर से जरूर परामर्श लें। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com