बचपन से सुनते आए हैं कि ज्यादा चीनी से डायबीटीज और मोटापा होता है। लेकिन क्या ये बातें पूरी तरह सही हैं? आइए वैलनेस क्लिनिक एंड अकेडमी की डायरेक्टर पूनम दुनेजा से जानें इस सवाल का जवाब।
चीनी क्या है?
चीनी एक साधारण कार्बोहाइड्रेट है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देती है। लेकिन जरूरत से ज्यादा सेवन करने पर यह एक्स्ट्रा कैलोरी बनकर वजन और मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है।
क्या चीनी वाकई वजन बढ़ाती है?
ज्यादा चीनी खाने पर शरीर इसे फैट के रूप में जमा करने लगता है। इससे मोटापा बढ़ता है और पेट की चर्बी, हॉर्मोनल असंतुलन जैसी समस्याएं भी होने लगती हैं।
डायबीटीज और चीनी का संबंध
ज्यादा चीनी सेवन से इंसुलिन का उत्पादन गड़बड़ा सकता है। पेनक्रियाज पर दबाव बढ़ता है और धीरे-धीरे टाइप 2 डायबीटीज का खतरा बढ़ने लगता है, खासकर लंबे समय में।
चीनी बन सकती है आदत
हमारे रोजमर्रा की खाने की चीजें, जैसे पैकेज्ड फूड और ड्रिंक्स में चीनी होती है। इसका नियमित सेवन धीरे-धीरे आदत बन जाता है, जिससे लत लग सकती है।
फलों की मिठास हानिकारक है?
फलों में मौजूद नेचुरल शुगर शरीर को नुकसान नहीं पहुंचाती। ये फाइबर और विटामिन्स के साथ आती है। डायबीटीज वालों को सीमित मात्रा में फल खाने की सलाह दी जाती है।
दांतों पर पड़ता है सीधा असर
ज्यादा चीनी खाने से दांतों पर एसिड बनने लगता है जो इनेमल को नुकसान पहुंचाता है। इससे कैविटी, दर्द और मसूड़ों की समस्याएं होने लगती हैं, खासकर बच्चों में।
सीमित चीनी सेवन जरूरी है
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, रोजाना कुल कैलोरी का 10% से कम चीनी से आना चाहिए। सीमित सेवन से स्वास्थ्य सुरक्षित रहता है और मोटापा भी कंट्रोल रहता है।
चीनी को पूरी तरह न निकालें, लेकिन इसकी मात्रा नियंत्रित रखें। सही जानकारी और संतुलित डाइट के साथ आप चीनी से जुड़े खतरे से खुद को बचा सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com