कोलेस्ट्रॉल बढ़ना एक आम समस्या है, लेकिन ये धीरे-धीरे गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकती है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने पर मोटापा, डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कोलेस्ट्रॉल के प्रकार
आपको बता दें कि शरीर में गुड कोलेस्ट्रॉल (एचडीएल) और बैड कोलेस्ट्रॉल (एलडीएल) होते हैं। शरीर में जब एलडीएल का स्तर बढ़ता है तो पैरों में कई तरह की दिक्कतें महसूस हो सकती हैं।
डॉक्टर के मुताबिक
नई दिल्ली में स्थित डॉ. श्रॉफ अस्पताल के कंसल्टेंट डॉक्टर मनीषा अग्रवाल ने बताया कि हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर आपको पैरों पर कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। तो आइए जानते हैं इसके बारे में।
पैरों का सुन्न होना
अगर कोलेस्ट्रॉल के कारण ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं होता है, तो पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी का अहसास हो सकता है। हाई कोलेस्ट्रॉल होने पर नसे सिकुड़ जाती हैं और इससे ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है।
पैरों में सूजन
कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से ब्लड सर्कुलेशन में समस्या उत्पन्न हो सकती है, जिससे पैरों में सूजन आ सकती है। यह सूजन खासकर घुटनों, टखनों और पैरों की जड़ों के पास महसूस होती है।
पैरों में कमजोरी
जैसे-जैसे कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और रक्त वाहिकाओं में प्लाक जमा होने लगता है, पैरों में कमजोरी महसूस होने लगती है। इस स्थिति में व्यक्ति को चलने में दिक्कत हो सकती है और सामान्य गतिविधियों में भी थकान महसूस हो सकती है।
पैरों में ठंडापन
जब ब्लड सर्कुलेशन सही से नहीं हो पाता है, तो पैरों में ठंडापन महसूस होने लगता है। यह स्थिति तब होती है जब कोलेस्ट्रॉल के कारण रक्त वाहिकाओं में जाम की स्थिति बन जाती है और पैरों तक पर्याप्त गर्मी और ब्लड नहीं पहुंच पाता है।
त्वचा के रंग में बदलाव
पैरों के रंग में बदलाव भी एक सामान्य लक्षण हो सकता है। अगर कोलेस्ट्रॉल के कारण ब्लड सर्कुलेशन में रुकावट होती है, तो पैरों की त्वचा का रंग पीला, नीला या भूरा हो सकता है।
यदि आपको इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है, तो यह जरूरी है कि आप डॉक्टर से संपर्क करें। हेल्थ से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com