बोन ट्यूमर हड्डियों में कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि है। यह गांठ का रूप ले सकता है और यह कैंसरस (घातक) या नॉन-कैंसरस दोनों हो सकता है। आइए कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ सुदीप सिंह से जानें बोन ट्यूमर के कारण और लक्षण।
ट्यूमर और कैंसर में फर्क
ट्यूमर और कैंसर के लक्षण मिलते-जुलते होते हैं। लेकिन हर ट्यूमर कैंसर नहीं होता। कैंसर फैलता है, जबकि कुछ ट्यूमर सीमित रहते हैं।
बोन ट्यूमर के प्रकार
बोन ट्यूमर दो प्रकार के होते हैं: सौम्य (Benign) - जो कैंसरस नहीं होते और घातक (Malignant) - जो कैंसरस होते हैं और शरीर में फैल सकते हैं।
लक्षण क्या हो सकते हैं?
हड्डियों में लगातार दर्द, गांठ का बनना, थकान, बुखार, हड्डी का कमजोर होना और वजन तेजी से घटना, ये सभी ट्यूमर के संकेत हो सकते हैं।
क्या हैं कारण?
बोन ट्यूमर के पीछे जेनेटिक कारण, रेडिएशन एक्सपोजर, पुरानी हड्डी की चोट या संक्रमण और कमजोर इम्यून सिस्टम जैसी स्थितियां जिम्मेदार हो सकती हैं।
बचाव के उपाय
संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, रेडिएशन से बचाव और समय-समय पर जांच करवाने से बोन ट्यूमर के खतरे को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
कैसे होता है इलाज?
बोन ट्यूमर की पहचान एक्स-रे, MRI, CT स्कैन और बायोप्सी जैसे टेस्ट से होती है। शुरुआती जांच जीवन बचाने में मदद कर सकती है।
इलाज के विकल्प
इलाज ट्यूमर के प्रकार पर निर्भर करता है। दवाएं, कीमोथेरेपी, रेडिएशन या सर्जरी से इसका इलाज संभव है। जल्दी इलाज से सफलता की संभावना बढ़ती है।
अगर लक्षण नजर आएं तो देर न करें। समय पर डॉक्टर से संपर्क करें, क्योंकि अनदेखी करने पर यह समस्या जानलेवा भी हो सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com