अस्थमा एक सांस से जुड़ी गंभीर बीमारी है, जिसमें व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई, खांसी, और सीने में जकड़न होती है।
एक्सपर्ट की राय
इसके कारणों के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने DY पाटिल हॉस्पिटल, पुणे के डॉ. प्रोफे. सचिन कुमार डोले से बात की।
अस्थमा का कारण
अस्थमा का कोई सटीक कारण नहीं है, लेकिन एलर्जी, जेनेटिक, बचपन की सांस संबंधी संक्रमण और धूल, पराग, फंगस जैसी एलर्जी इसे बढ़ा सकती हैं। यह कारण अस्थमा के लक्षणों को गंभीर बना सकते हैं।
इनडोर एलर्जी
धूल, कालीन, फर्नीचर, पालतू जानवरों की रूसी और घर के अंदर की गंदगी अस्थमा के लिए प्रमुख इनडोर एलर्जी कारण हैं।
अस्थमा का खतरा
ज्यादा इमोशनल अराउजल (भावनात्मक उत्तेजना) और फिजिकल एक्टिविटी अस्थमा के लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं। कुछ दर्द निवारक दवाएं भी अस्थमा के लिए जोखिम बढ़ा सकती हैं।
व्यावसायिक कारण
व्यावसायिक कारण भी अस्थमा के जोखिम को बढ़ाते हैं। बेकर्स, केमिकल वर्कर्स, टेक्सटाइल वर्कर्स, पेंटर और एनिमल केयर करने वाले जैसे पेशों में अस्थमा का खतरा ज्यादा हो सकता है। ये काम प्रदूषण के संपर्क में होते हैं।
गंभीर समस्याएं
घर की धूल, तिलचट्टे, और पालतू जानवरों की रूसी से संपर्क अस्थमा के जोखिम को बढ़ा सकता है, जिससे सांस लेने में गंभीर कठिनाई हो सकती है।
प्रतिरक्षा प्रणाली पर प्रभाव
घरों और कार्यस्थलों में वेंटिलेशन की कमी और संक्रमण में गिरावट प्रतिरक्षा प्रणाली के विकास को प्रभावित कर सकती है। इससे बचपन में अस्थमा विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है, जो जीवनभर बनी रह सकती है।
अस्थमा के लक्षणों को कैसे कंट्रोल करें?
अस्थमा के मरीजों को अपने साथ हमेशा अस्थमा पंप रखना चाहिए, ताकि अटैक के समय सांस लेने में मदद मिल सके। खासकर, सर्दियों और प्रदूषण के मौसम में, यह पंप अस्थमा के लक्षणों को कंट्रोल करने में मदद करता है।
डॉक्टर से सलाह लें
नियमित एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट और एलर्जी के कारणों से बचाव जरूरी है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवाइयों का उपयोग करना चाहिए, ताकि अस्थमा के अटैक से बचा जा सके और जीवन की गुणवत्ता बनी रहे।
अस्थमा एक गंभीर बीमारी है। लेकिन, सही देखभाल और इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com