बर्ड फ्लू एक वायरल संक्रमण है, जो संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से इंसानों में फैल सकता है, इससे तेज बुखार, खांसी, मांसपेशियों में दर्द और सांस लेने में दिक्कत जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
एक्सपर्ट की राय
आइए, फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं कि बर्ड फ्लू होने पर इंसानों के शरीर पर क्या असर पड़ता है?
बर्ड फ्लू से होने वाली समस्याएं
बर्ड फ्लू के कारण श्वसन प्रणाली बुरी तरह प्रभावित हो सकती है, जिससे निमोनिया, सीने में दर्द और सांस फूलने की समस्या हो सकती है। गंभीर मामलों में ऑक्सीजन की कमी भी हो सकती है।
दिल की समस्याएं
बर्ड फ्लू हृदय स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है। लंबे समय तक संक्रमण रहने से हृदय से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं, जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो सकती है।
न्यूरोलॉजिकल समस्याएं
नसों पर भी बर्ड फ्लू का गंभीर असर पड़ सकता है। यह संक्रमण न्यूरोलॉजिकल समस्याओं को जन्म दे सकता है, जिससे मस्तिष्क में सूजन, सिरदर्द और शरीर में कमजोरी जैसी दिक्कतें हो सकती हैं।
मानसिक स्वास्थ्य
बर्ड फ्लू मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है। इससे तनाव, घबराहट और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याएं हो सकती हैं, जिससे रोगी को मानसिक अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने से बचें
बर्ड फ्लू से बचाव के लिए पोल्ट्री फार्म या पक्षियों से सीधे संपर्क में आने से बचना जरूरी है। खासकर, संक्रमित पक्षियों के आसपास रहने से यह संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
स्वच्छता का ध्यान रखें
खाने से पहले हाथ धोना और स्वच्छता का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। बिना धोए हाथों को आंख, नाक और मुंह पर लगाने से वायरस शरीर में प्रवेश कर सकता है और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
कच्चे अंडे और अधपके मांस खाने से बचें
कच्चे अंडे और अधपके मांस का सेवन करने से बचना चाहिए। इससे वायरस के शरीर में प्रवेश करने की संभावना बढ़ जाती है, जिससे संक्रमण होने का खतरा बना रहता है।
अगर कोई व्यक्ति बर्ड फ्लू के लक्षण महसूस करे, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com