कभी-कभी दर्द के लिए पेन किलर लेना ठीक है। लेकिन अगर आप हर दिन पेन किलर ले रहे हैं, तो ये आपके लिवर के लिए खतरनाक हो सकता है।
लिवर क्या करता है?
लिवर हमारे शरीर का फिल्टर होता है। ये दवाइयों को तोड़ता है और नुकसानदायक केमिकल्स को शरीर से बाहर निकालता है।
लिवर पर कैसे असर होता है?
पेन किलर लिवर में जाकर टूटती हैं। अगर ज्यादा या लगातार ली जाए, तो लिवर को ज्यादा काम करना पड़ता है और इससे लिवर सेल्स को नुकसान पहुंच सकता है।
कौन सी दवाएं ज्यादा असर डालती हैं?
कुछ दर्द कम करने वाली दवाएं, जो बिना डॉक्टर की सलाह के ली जाती हैं, लिवर पर ज्यादा दबाव डाल सकती हैं। अगर इनका रोज या लंबे समय तक सेवन किया जाए, तो नुकसान होने की आशंका बढ़ जाती है।
दिखने में हल्की, असर में भारी
कुछ आमतौर पर इस्तेमाल होने वाली दर्द निवारक दवाएं, जो हल्की लगती हैं, ज्यादा मात्रा में लेने पर लिवर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं। रोज लगातार ज्यादा डोज लेना लिवर फेलियर जैसी स्थिति पैदा कर सकता है।
दर्द कम होता है, बीमारी नहीं
हर दिन पेन किलर लेने से दर्द तो दब जाता है, लेकिन जो असली बीमारी है, वह बढ़ती जाती है। ये लिवर पर दोहरा असर डालता है।
लिवर डैमेज के लक्षण
अगर लिवर पर असर हो रहा है तो आपको थकावट, भूख में कमी, स्किन या आंखों का पीला पड़ना और पेट दर्द महसूस हो सकता है।
बचाव कैसे करें?
दवा को डॉक्टर की सलाह से ही लें। जरूरत न हो तो पेन किलर टालें। लिवर की जांच करवाते रहें, खासकर अगर आप नियमित दवा ले रहे हैं।
दर्द से तुरंत राहत अच्छी लगती है, लेकिन अगर लिवर को रोज झेलना पड़े, तो नुकसान भारी हो सकता है। समझदारी से दवा लें और सेहत का ख्याल रखें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com