बच्चों के दांत और मसूड़े कमजोर होते हैं, इसलिए उन्हें खास देखभाल की जरूरत होती है। बच्चों को कुछ खास पौष्टिक फूड्स खिलाना जरूरी है जो उनके दांतों और मसूड़ों को मजबूत बनाएं। तो, आइए डॉक्टर अंशु चतुर्वेदी से जानते हैं ऐसे ही कुछ फूड्स के बारे में।
विटामिन C से भरपूर फल
संतरा, कीवी, पपीता जैसे फलों में विटामिन C होता है जो मसूड़ों को सूजन से बचाता है। लेकिन ध्यान रखें, साइट्रिक एसिड इनैमल को नुकसान पहुंचा सकता है, इसलिए खट्टे फलों के बाद तुरंत ब्रश न करवाएं।
रागी
रागी कैल्शियम और आयरन से भरपूर है। यह दांतों और हड्डियों को मजबूत करता है। बच्चों को रागी की रोटी, दलिया या कुकीज के रूप में देना फायदेमंद रहेगा, खासकर जब उनमें खून की कमी हो।
तिल के बीज
तिल में भरपूर कैल्शियम होता है और ये दांतों से प्लाक हटाने में मदद करता है। तिल के लड्डू या स्नैक्स बच्चों को देकर उनके दांत और मसूड़े दोनों को मजबूत बनाया जा सकता है।
दूध, दही और पनीर
मिल्क प्रोडक्ट्स कैल्शियम, विटामिन D और फॉस्फेट से भरपूर होते हैं। ये इनैमल को मजबूत करते हैं और एसिड को न्यूट्रल कर दांतों को क्षय से बचाते हैं। दही के प्रोबायोटिक्स मसूड़ों को हेल्दी रखते हैं।
अंडा
अंडे की जर्दी में विटामिन D, कैल्शियम और फॉस्फेट होता है जो इनैमल को मजबूत करता है। अगर बच्चा अंडा नहीं खाता तो उससे बनी रेसिपी दें, जैसे एग पराठा या एग रोल।
हरी पत्तेदार सब्जियां
पालक, मेथी जैसी सब्जियां फोलेट से भरपूर होती हैं। यह मसूड़ों की सूजन, ब्लीडिंग गम्स और प्लाक को कम करती हैं। हरी सब्जियां बच्चों के ओरल हेल्थ के लिए बेहद जरूरी हैं।
नट्स और सीड्स
सूरजमुखी के बीज, तिल और अन्य नट्स में फैट्स और फोलिक एसिड होता है जो दांतों पर कोटिंग बनाता है। यह मसूड़ों को मजबूत करता है और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद करता है।
इसके अलावा बच्चों को मीठी चीजों से दूर रखें, खाने के बाद कुल्ला करवाएं और दो बार ब्रश की आदत डालें। ये आदतें दांतों को बचाएंगी। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com