टेस्टोस्टेरोन असंतुलित क्यों होता है?

By Priyanka Sharma
05 Nov 2024, 09:00 IST

हार्मोन्स के असंतुलित होने के कारण लोगों को स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए एक्सपर्ट से जानें शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन असंतुलित क्यों होता है?

एक्सपर्ट की राय

डाइटिशियन मनप्रीत कालरा के अनुसार, 'कई लोगों को मसल मास के कम होने, पेट की चर्बी बढ़ने, नींद से जुड़ी समस्याएं होती हैं। ऐसा शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के असंतुलन के कारण होता है। टेस्टोस्टेरोन हार्मोन कई कारणों से असंतुलित हो सकता है।'

एजिंग के कारण

उम्र के साथ शरीर में टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने लगता है। जिससे शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने की समस्या होती है।

वजन बढ़ने के कारण

वजन बढ़ने के कारण फैट सेल्स टेस्टोस्टेरोन को एस्ट्रोजन में बदल सकते हैं, जिसके कारण हार्मोन्स के असंतुलित होने की समस्या हो सकती है।

स्ट्रेस के कारण

लंबे समय तक अधिक स्ट्रेस रहने के कारण लोगों के शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन बढ़ता है, जिसके कारण टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन पर दबाव पड़ता है। इससे हार्मोन्स असंतुलित होते हैं।

थायराइड बढ़ने के कारण

थायराइड हार्मोन के बढ़ने और हाइपोथायरायडिज्म की समस्या होने पर टेस्टोस्टेरोन हार्मोन का स्तर कम होने की समस्या होती है।

प्लास्टिक के कारण

कुछ प्लास्टिक में बिस्फेनॉल ए(BPA) जैसे एंडोक्राइन डिसऑर्डर्स होते हैं, जो शरीर में एस्ट्रोजन के स्तर को बढ़ा सकते हैं, जिससे शरीर में हार्मोन्स के असंतुलित होने की समस्या हो सकती है।

टेस्टोस्टेरोन बढ़ने के अन्य कारण

अल्कोहल का सेवन करने, एक्सरसाइज न करने, कम प्रोटीन खाने, ब्लड शुगर की समस्या होने और परफ्यूम का अधिक इस्तेमाल करने के कारण लोगों को टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के असंतुलित होने की समस्या हो सकती है।

शरीर में टेस्टोस्टेरोन लेख में बताए गए कारणों से असंतुलित होता है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com