सुबह-सुबह नंगे पैर हरी घास पर चलना शरीर और मन दोनों के लिए फायदेमंद होता है। यह एक आसान और प्राकृतिक तरीका है जिससे कई बीमारियों से राहत मिलती है। यहां डॉक्टर धर्मेन्द्र सिंह ने सुबह नंगे पांव घास पर चलने से होने वाले कुछ फायदों के बारे में बताया है।
आंखों की रोशनी तेज होती है
पैरों के अंगूठे पर प्रेशर पड़ने से आंखों की नसें एक्टिव होती हैं। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है। हरी घास को देखना आंखों को ठंडक भी देता है और सुकून का अनुभव कराता है।
एलर्जी से मिलती है राहत
सुबह घास पर नंगे पैर चलने से छींकने की एलर्जी, सांस की परेशानी और स्किन एलर्जी में आराम मिलता है। यह पैरों की मांसपेशियों की कसरत करता है और शरीर में ऊर्जा को संतुलित रखता है।
तनाव को करता है दूर
घास पर चलने से मानसिक शांति मिलती है। ठंडी हवा, सूरज की किरणें और हरियाली मूड को रिफ्रेश करती हैं। यह नेगेटिव एनर्जी को दूर कर मानसिक तनाव और थकान को कम करने में मदद करती है।
डायबिटीज में असरदार
हरी घास पर चलने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है। सुबह का वातावरण ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस करने में सकारात्मक प्रभाव डालता है।
हाई ब्लड प्रेशर में राहत
नंगे पैर घास पर चलने से शरीर के एक्यूप्रेशर पॉइंट्स एक्टिव होते हैं। इससे ब्लड प्रेशर संतुलित रहता है। यह हार्ट हेल्थ को सपोर्ट करता है और हाई बीपी के मरीजों को राहत पहुंचाता है।
इम्यूनिटी होती है मजबूत
हर दिन घास पर चलने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। धरती से मिलने वाली नेचुरल एनर्जी शरीर को बैलेंस करती है और कई बीमारियों से बचाने में मदद करती है।
पाचन में होता है सुधार
सुबह वॉक करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है, जिससे पाचन बेहतर होता है। घास पर नंगे पैर चलने से पेट की गैस, अपच और भारीपन की समस्या में आराम मिलता है और भूख भी अच्छी लगती है।
नंगे पैर चलने के बाद पैरों को साबुन और पानी से जरूर धोएं। स्वच्छता बनाए रखना बहुत जरूरी है ताकि किसी भी तरह के संक्रमण से बचा जा सके। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com