आज के दौर में यौन संबंध के दौरान कंडोम का इस्तेमाल एक आम और जरूरी आदत बन चुका है। कंडोम दो प्रकार के होते हैं, मेल और फीमेल कंडोम। क्या आपदोनों में अंतर जानते हैं? आइए वुमन्स हेल्थ एक्सपर्ट डॉ. प्रियंका सुहाग से जानें।
बच्चे की प्लानिंग जरूरी
अब कपल्स शादी के बाद तुरंत बच्चा नहीं चाहते। इसलिए कंडोम का इस्तेमाल बढ़ा है। यह उन्हें परिवार नियोजन में मदद करता है।
अब खुलकर हो रही चर्चा
पहले कंडोम पर बात करना वर्जित था, लेकिन अब महिलाएं भी इसकी अहमियत समझती हैं और इस्तेमाल को लेकर जागरूक हो रही हैं।
क्या है फीमेल कंडोम?
यह एक लुब्रिकेटेड पाउच होता है जिसे सेक्स से पहले योनि में डाला जाता है। यह अनचाहे गर्भ और इंफेक्शन से बचाने में मदद करता है।
पुरुष Vs महिला कंडोम
मेल कंडोम लेटेक्स से और फीमेल कंडोम पॉलीयुरेथेन से बनता है। फीमेल कंडोम योनि में डाला जाता है, जबकि मेल कंडोम पेनिस पर चढ़ता है।
कितना सुरक्षित है?
मेल कंडोम 90-95% तक सुरक्षित माना जाता है, वहीं फीमेल कंडोम 95% तक गर्भधारण से बचा सकता है। दोनों ही इंफेक्शन से भी सुरक्षा देते हैं।
कीमत और उपलब्धता
मेल कंडोम हर मेडिकल स्टोर पर आसानी से और सस्ते में मिल जाता है। फीमेल कंडोम महंगे हैं और हर जगह उपलब्ध नहीं होते।
खरीदने में हिचकिचाहट
महिलाएं अब भी कंडोम खरीदने में शर्म महसूस करती हैं। ऐसे में पुरुष साथी ही अक्सर इसकी जिम्मेदारी लेते हैं।
चाहे मेल हो या फीमेल कंडोम, दोनों ही अनचाहे गर्भ और यौन रोगों से बचाते हैं। सही जानकारी और जागरूकता जरूरी है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com