हाइपरसेक्सुएलिटी एक ऐसी मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को सेक्स की तीव्र और बार-बार इच्छा होती है। आइए जानते हैं क्या सेक्स करने की तीव्र इच्छा बीमारी का रूप ले सकती है?
क्या यह आम बात है?
सेक्स की इच्छा होना सामान्य है, लेकिन जब यह व्यक्ति के नियंत्रण से बाहर हो जाए और नुकसान पहुंचाने लगे, तब इसे हाइपरसेक्सुएलिटी कहा जाता है। यह बीमारी बन सकती है।
इसके लक्षण क्या होते हैं?
व्यक्ति बार-बार एडल्ट कंटेंट देखता है, जोखिम भरे यौन संबंध बनाता है या खुद को रोक नहीं पाता। कभी-कभी यह व्यवहार गिल्ट, शर्म और तनाव का कारण भी बन जाता है।
हाइपरसेक्सुएलिटी क्यों होती है?
इसकी वजह न्यूरोलॉजिकल, मानसिक और भावनात्मक हो सकती है। कुछ मामलों में डोपामिन या अन्य ब्रेन केमिकल्स का असंतुलन भी इसका कारण होता है। डिप्रेशन, ट्रॉमा या नशे की लत से भी यह समस्या जुड़ी हो सकती है।
क्या यह किसी मानसिक बीमारी से जुड़ी है?
हाइपरसेक्सुएलिटी को कई बार Obsessive Compulsive Disorder (OCD), बायपोलर डिसऑर्डर या Impulse Control Disorder के साथ भी देखा गया है। यह मानसिक स्वास्थ्य का एक गंभीर हिस्सा बन सकता है।
क्या यह लत होती है?
हां, कई विशेषज्ञ इसे सेक्स की
इसका असर जीवन पर कैसा पड़ता है?
यह रिश्तों में दरार ला सकता है, आत्मविश्वास कम कर सकता है और कामकाज में परेशानी खड़ी कर सकता है। व्यक्ति अकेलापन, तनाव और अपराधबोध में भी फंस सकता है।
क्या इसका इलाज संभव है?
जी हां। साइकोथेरेपी (CBT), काउंसलिंग और जरूरत पड़ने पर दवाइयों की मदद से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। सबसे जरूरी है सही समय पर मदद लेना।
घबराएं नहीं। यह इलाज योग्य स्थिति है। मनोचिकित्सक या थेरेपिस्ट से बात करें। विश्वास और समझदारी से इसमें सुधार संभव है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com