हमारी पॉटी का रंग, आकार और कंसिस्टेंसी हमारी सेहत के बारे में बहुत कुछ बताता है, जैसे कि हम सही डाइट ले रहे हैं या नहीं और पेट का स्वास्थ्य कैसा है।
हल्के भूरे रंग की पॉटी
अगर हमारी पॉटी हल्के भूरे से लेकर गहरे भूरे रंग की है, तो यह संकेत है कि हमारा पाचन तंत्र सही तरीके से काम कर रहा है और हम स्वस्थ हैं।
सफेद, हरा या लाल का मल
अगर पॉटी का रंग सफेद, हरा या लाल हो, तो यह किसी स्वास्थ्य समस्या की ओर इशारा कर सकता है, जैसे कि पेट में संक्रमण या पाचन संबंधी समस्या।
स्वस्थ शरीर का संकेत
एक स्वस्थ शरीर से निकले मल का आकार और टेक्सचर सॉसेज या स्नेक जैसा होना चाहिए, जो यह दर्शाता है कि गट माइक्रोबायम सही तरीके से काम कर रहा है।
पाचन तंत्र खराब होने का संकेत
अगर पॉटी बहुत पतली, बहुत कठोर या छोटे-छोटे टुकड़ों में हो, तो यह संकेत हो सकता है कि हमारे पाचन में कोई दिक्कत है या हम पर्याप्त फाइबर नहीं खा रहे।
हाइड्रेटेड शरीर के बारे में जानना
पॉटी के रंग और टेक्सचर से यह भी समझ सकते हैं कि हमारे शरीर में कितनी मात्रा में पानी है, जिससे यह पता चलता है कि हम हाइड्रेटेड हैं या नहीं।
डाइजेस्टिव सिस्टम पर प्रभाव
अगर बार-बार गैस, पेट में जलन या दस्त की समस्या हो, तो यह संकेत हो सकता है कि डाइजेस्टिव सिस्टम सही से काम नहीं कर रहा।
इरिटेबल बाउल सिंड्रोम
बहुत ज्यादा मिर्च-मसाले और तेल वाले खाने से पॉटी पर असर पड़ता है, जो किसी पाचन समस्या का संकेत दे सकता है, जैसे कि इरिटेबल बाउल सिंड्रोम।
पॉटी से बदबू आना
जब पॉटी में गंध ज्यादा तेज हो या लगातार कब्ज की समस्या हो, तो यह हाजमा ठीक से न होने का संकेत हो सकता है।
एंटीबायोटिक दवाइयों का सेवन भी मल पर असर डाल सकता है, जिससे पाचन में समस्या और पेट की गड़बड़ी हो सकती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com