कान में कौन-कौन से रोग हो सकते हैं?

By Deepak Kumar
15 Jul 2025, 16:00 IST

कान में दर्द, भारीपन या बजने की आवाज सिर्फ आम परेशानी नहीं, यह किसी गंभीर रोग का संकेत हो सकता है। समय पर इलाज न मिलने पर यह परेशानी बहरापन तक बढ़ सकती है। आइए आकाश हैल्थकेयर के ईएनटी स्पेशलिस्ट अभिनित कुमार से जानते हैं कान से जुड़ी बीमीरियों के बारे में।

कान का संक्रमण (Ear Infection)

बैक्टीरिया या वायरस के कारण कान में संक्रमण हो सकता है। इससे दर्द, खुजली, भारीपन और सुनने में दिक्कत होती है। यह बच्चों और बड़ों दोनों में आम समस्या है।

कान में फोड़ा होना

कान की त्वचा पर बैक्टीरियल इन्फेक्शन के कारण फोड़ा हो सकता है। यह बहुत दर्दनाक होता है और इससे सूजन व पस भी बन सकता है। इसे अनदेखा करना खतरनाक हो सकता है।

टिनिटस (कान में सीटी की आवाज)

टिनिटस में व्यक्ति को बिना बाहरी स्रोत के कान में सीटी जैसी आवाज सुनाई देती है। यह स्थायी या अस्थायी हो सकता है और सुनने की क्षमता पर असर डाल सकता है।

ओटोमाइकोसिस

यह एक फंगल संक्रमण है जो कान के बाहरी हिस्से को प्रभावित करता है। इसमें खुजली, दर्द और रिसाव हो सकता है। नमी वाले वातावरण में ये समस्या अधिक होती है।

मेनियर रोग (Meniere's Disease)

इस रोग में चक्कर आना, कान में दबाव महसूस होना और सुनाई देना कम हो सकता है। कान में पानी बहने जैसी स्थिति बनती है। यह एक गंभीर आंतरिक कान की बीमारी है।

स्विमर्स ईयर (Swimmer's Ear)

कान में पानी जाने से होने वाली यह समस्या बाहरी परत में सूजन पैदा कर देती है। स्विमिंग या बार-बार कान में नमी रहने से यह संक्रमण बढ़ता है।

कान का कैंसर

कान का कैंसर दुर्लभ होता है लेकिन खतरनाक हो सकता है। यह आमतौर पर बाहरी कान में शुरू होता है और अंदर तक फैल सकता है। लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

कान में दर्द, बजना, या भारीपन जैसी समस्याओं को नजरअंदाज न करें। सही समय पर डॉक्टर से परामर्श लें, क्योंकि यह आपके सुनने की क्षमता को प्रभावित कर सकती हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com