कपूर को सूंघने के क्या फायदे हैं?

By Himadri Singh Hada
22 Feb 2025, 10:30 IST

बंद नाक को आम भाषा में साइनस भी कहा जाता है, जिससे नवजात शिशु से लेकर बुजुर्ग तक कोई भी प्रभावित हो सकता है। ऐसे में, कपूर का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है।

एक्सपर्ट की राय

आइए केरल के आयुर्वेद और योग केंद्र पूर्णायु आरोग्य निकेतनम की आयुर्वेदिक डॉ. अपर्णा पद्मनाभन से जानते हैं बंद नाक की समस्या में कपूर का उपयोग कैसे करें और साइनस में कपूर कैसे फायदेमंद है?

नेचुरल डिकंजेस्टेंट

कपूर में मौजूद नेचुरल डिकंजेस्टेंट गुण नाक के मार्ग को खोलने और सांस लेने में आसानी पैदा करने में मदद करते हैं, जिससे बंद नाक की समस्या से राहत मिल सकती है।

कपूर के फायदे

कपूर के मेंथोलेटेड भाप के गुण साइनस के दबाव और असुविधा को कम करने में मददगार होते हैं, जिससे सांस लेना आसान होता है और नाक की जलन भी कम होती है।

नींद की गुणवत्ता में सुधार

कपूर की पोटली का उपयोग करने से नाक के रास्ते की सूजन को कम करने, नींद की गुणवत्ता सुधारने और बंद नाक की समस्या को दूर करने में मदद मिलती है।

कैसे करें कपूर का इस्तेमाल?

कपूर पॉकेट बनाने के लिए एक छोटे सांस लेने योग्य कपड़े की पोटली में कपूर क्रिस्टल रखें या बाजार से तैयार कपूर पाउच खरीदें और इसका सही तरीके से इस्तेमाल करें।

कपूर की पोटली की भाप

सोते समय तकिए के पास कपूर की पोटली रखने से इसकी भाप नाक के रास्ते को साफ करती है, जिससे रात में आरामदायक नींद आती है और सांस लेने में तकलीफ कम होती है।

गहरी सांस लें

जल्दी राहत के लिए कपूर की पोटली को नाक के पास रखकर गहरी सांस लें। लेकिन, अत्यधिक तीव्रता से बचने के लिए इसे नाक के बहुत करीब न रखें।

कुछ दिनों में कपूर बदलें

कपूर की पोटली को हर कुछ दिनों में बदलना आवश्यक होता है ताकि इसकी खुशबू और प्रभावशीलता बनी रहे, जिससे साइनस की समस्या से राहत मिलती रहे।

कपूर के सीधे त्वचा संपर्क से जलन हो सकती है। इसलिए, इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखें और सुरक्षित तरीके से उपयोग करें। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com