षट्कर्म क्रिया योग की एक शुद्धिकरण प्रक्रिया है, जो शरीर को भीतर से साफ करती है।
षट्कर्म क्रिया के फायदे
षट्कर्म क्रिया शरीर की आंतरिक सफाई के लिए फायदेमंद मानी जाती है, जिससे पेट, आंत और फेफड़ों में जमा गंदगी बाहर निकलती है।
कब्ज से राहत
यह योगिक प्रक्रिया पाचन क्रिया को दुरुस्त करती है और कब्ज, गैस, अपच जैसी पेट से जुड़ी समस्याओं को दूर करने में मदद करती है।
सांस से जुड़ी बीमारियों में राहत
षट्कर्म क्रिया करने से सांस से जुड़ी बीमारियों में राहत मिलती है। यह फेफड़ों की सफाई करके उन्हें मजबूत और कार्यक्षम बनाती है।
टॉक्सिन बाहर निकलना
इस क्रिया से शरीर के भीतर मौजूद टॉक्सिन बाहर निकलते हैं, जिससे स्किन साफ होती है और चेहरे पर नेचुरल ग्लो आता है।
थकान दूर होना
जो लोग बार-बार थकान या भारीपन महसूस करते हैं, उनके लिए षट्कर्म क्रिया ऊर्जा बढ़ाने और शरीर को एक्टिव बनाए रखने में मददगार होती है।
एलर्जी से छुटकारा
यह क्रिया नाक, आंख और गले की सफाई करती है, जिससे साइनस, जुकाम और एलर्जी जैसी परेशानियों में राहत मिलती है।
मानसिक तनाव होगा कम
षट्कर्म से मानसिक तनाव भी कम होता है। यह शरीर के साथ-साथ मन को भी शुद्ध और शांत करने में सहायक होती है।
नियमित रूप से षट्कर्म करने से ध्यान और योगाभ्यास में एकाग्रता बढ़ती है, जिससे मानसिक स्थिरता बनी रहती है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com