तेज आवाज में बात करने के नुकसान

By Aditya Bharat
11 Jul 2025, 15:30 IST

क्या आपको भी तेज आवाज में बोलने की आदत है? यह आदत धीरे-धीरे आपके शरीर और रिश्तों को नुकसान पहुंचा सकती है। आइए PubMed की रिपोर्ट से जानते हैं कैसे?

आवाज पर पड़ता है असर

तेज बोलने से वोकल कॉर्ड्स पर दबाव बढ़ता है। इससे आवाज भारी या फटी हुई लग सकती है। लंबे समय तक ऐसा करने से आवाज बैठ सकती है।

थक जाती है आपकी आवाज

लगातार ऊंची आवाज में बोलने से गला जल्दी थक जाता है। इसे मेडिकल भाषा में “वोकल फटीग” कहा जाता है। यह एक आम समस्या है खासकर उन लोगों में जो रोज बोलने के काम में हैं।

बढ़ता है स्ट्रेस

तेज बोलना सिर्फ सुनने वालों को ही नहीं, बोलने वाले को भी मानसिक तनाव देता है। यह तरीका अक्सर गुस्से और चिड़चिड़ेपन को बढ़ावा देता है।

बिगड़ते हैं रिश्ते

जब कोई व्यक्ति जोर से बोलता है, तो सामने वाला खुद को अपमानित या असहज महसूस कर सकता है। इससे रिश्तों में दूरी आ सकती है, खासकर परिवार और दोस्तों में।

बच्चों पर पड़ता है बुरा असर

बच्चे जब किसी को तेज बोलते हुए सुनते हैं, तो वे या तो डर जाते हैं या वही व्यवहार अपनाने लगते हैं। यह उनकी सोच और व्यवहार को नकारात्मक दिशा में मोड़ सकता है।

पब्लिक प्लेस में असहजता

तेज आवाज में बात करना सार्वजनिक जगहों पर दूसरों को परेशान कर सकता है। यह एक तरह का सोशल डिसरप्शन बन जाता है, जिससे लोग आपसे दूरी बनाने लगते हैं।

शरीर में जलन या दर्द

अगर बार-बार ऊंची आवाज में बात की जाए, तो गले में जलन, सूजन और यहां तक कि बोलने में दर्द भी हो सकता है।

धीरे और स्पष्ट बोलने से न सिर्फ आपकी आवाज सुरक्षित रहती है, बल्कि सामने वाला भी आपको अच्छे से समझ पाता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com