फ्लू का होना किसी भी व्यक्ति के लिए एक परेशानी वाली स्थिति हो सकती है। मौसम में बदलाव के कारण फ्लू के लक्षण जैसे बुखार, गले में खराश, ठंड लगना, और मांसपेशियों में दर्द हो सकते हैं। कभी-कभी, फ्लू हल्का होता है, लेकिन फिर भी कुछ दिन तक परेशान कर सकता है। आइए जानते हैं किन तरह के लोगों को फ्लू से बचने के लिए खास ध्यान रखना होगा।
फ्लू से जल्दी ठीक होने के कारण
किसी का जल्दी ठीक होना उनकी इम्यूनिटी और स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। जिनकी इम्यूनिटी मजबूत होती है, वे जल्दी ठीक हो जाते हैं, लेकिन कुछ लोग फ्लू से ज्यादा प्रभावित होते हैं और तकलीफ महसूस करते हैं।
बच्चों को ज्यादा खतरा
2 साल से छोटे बच्चों के लिए फ्लू ज्यादा खतरनाक हो सकता है। उनके शरीर का इम्यूनिटी सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं होता, जिससे वे ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।
गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं का इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है, और उनमें फ्लू का संक्रमण जल्दी फैल सकता है। इसके अलावा, डिलीवरी के बाद भी महिलाओं को ज्यादा देखभाल की जरूरत होती है, ताकि वे संक्रमण से बच सकें।
बुजुर्गों को फ्लू का ज्यादा खतरा
65 साल से ऊपर के लोग फ्लू के गंभीर लक्षणों का ज्यादा शिकार हो सकते हैं। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है। इस कारण बुजुर्गों को फ्लू से बचने के लिए नियमित रूप से टीकाकरण की सलाह दी जाती है।
पुरानी बीमारियों वाले लोग
जो लोग श्वसन समस्याओं, जैसे अस्थमा या फेफड़ों की बीमारियों से जूझ रहे हैं, उन्हें फ्लू से ज्यादा खतरा हो सकता है। इसके अलावा, दिल, गुर्दे, और दिमाग से जुड़ी बीमारियों वाले लोग भी जोखिम में होते हैं।
इम्यूनिटी बढ़ाने के तरीके
फ्लू से बचने के लिए अपनी इम्यूनिटी को मजबूत करना बहुत जरूरी है। हेल्दी आहार और नियमित व्यायाम से शरीर को संक्रमण से लड़ने की शक्ति मिलती है।
गर्भवती महिलाएं और बच्चे
गर्भवती महिलाओं और छोटे बच्चों की देखभाल में ज्यादा सतर्कता बरतनी चाहिए। अगर किसी को फ्लू के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और उचित उपचार शुरू करें।
हर किसी को फ्लू के दौरान खुद की देखभाल करनी चाहिए, खासकर उन लोगों को जिनमें फ्लू के कारण परेशानियां होने का खतरा हो। अगर आपको फ्लू के लक्षण दिखाई देते हैं तो तुरंत डॉक्टर के जरूर दिखाएं। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com