अगर आपके बाल खास जगह से झड़ने लगे हैं और आप टाइट हेयरस्टाइल या हेडफोन का इस्तेमाल करते हैं, तो सावधान रहें। यह ट्रैक्शन अलोपेसिया हो सकता है। आइए PubMed की रिपोर्ट से जानें इसका कारण, बचाव।
ट्रैक्शन अलोपेसिया क्या है?
यह एक तरह का बाल झड़ने का रोग है, जो लंबे समय तक बालों पर खिंचाव या दबाव के कारण होता है। बालों की जड़ें कमजोर होकर टूटने लगती हैं।
कारण
टाइट पोनीटेल, बन, हेयर क्लिप्स, हेयर एक्सटेंशन और लंबे समय तक तंग हेडफोन पहनना बालों पर तनाव डालते हैं और यह समस्या शुरू हो सकती है।
हेडफोन भी बन सकता है कारण
अगर आप रोजाना टाइट हेडफोन पहनते हैं, तो यह स्कैल्प पर दबाव डालता है और वहीं से बाल झड़ने शुरू हो सकते हैं। खासतौर पर जहां हेडबैंड लगता है।
कैसे पहचानें ट्रैक्शन अलोपेसिया को?
बालों की हेयरलाइन पीछे खिसकना, बालों के बीच गैप आना, स्कैल्प पर जलन या रेडनेस, ये सभी इसके शुरुआती लक्षण हो सकते हैं।
क्या बाल दोबारा आ सकते हैं?
अगर समय पर खिंचाव कम कर दिया जाए, तो बाल दोबारा उग सकते हैं। देर होने पर जड़ें हमेशा के लिए खराब हो सकती हैं।
बचाव ही सबसे बेहतर उपाय है
टाइट हेयरस्टाइल से बचें, हेडफोन ढीले पहनें और स्कैल्प को आराम दें। बालों को खुला छोड़ना और हल्के प्रेशर वाले हेयर टूल्स का इस्तेमाल करें।
स्कैल्प की करें देखभाल
मालिश, हल्के शैंपू और अच्छे पोषण से स्कैल्प मजबूत रहेगा। बालों को खींचे बिना स्टाइल करें।
ट्रैक्शन अलोपेसिया गंभीर नहीं, लेकिन अनदेखी करने पर स्थायी नुकसान दे सकती है। सही समय पर बदलाव लाकर बालों को फिर से स्वस्थ बनाया जा सकता है। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com