धागे वाली मिश्री गुणों की खान होती है। इस मिश्री को गन्ने या ताड़ के रस से बनाया जाता है। इसके जबरदस्त गुणों की वजह से ही यह मिश्री आयुर्वेद में इस्तेमाल की जाती है।
नकसीर फूटना
गर्मियों के मौसम में नकसीर फूटना बहुत ही आम समस्या होती है। ऐसे में धागे वाली मिश्री को पानी में घोलकर पीने से शरीर का तापमान ठीक होता है और ब्लीडिंग बंद हो जाती है।
मुंह से बदबू आना
कई लोग मुंह की बदबू से परेशान रहते हैं। ऐसे में धागे वाली मिश्री बहुत काम की चीज है, खाना खाने के बाद सौंफ के साथ मिश्री खाने से मुंह से बदबू नहीं आएगी।
मुंह के छाले में कारगर
धागे वाली मिश्री मुंह के छाले के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। पेट में गर्मी बढ़ने की वजह से छाले होते हैं और धागे वाली मिश्री की तासीर ठंडी होती है। इससे छाले में आराम मिलता है।
बवासीर से छुटकारा
लंबे समय तक कब्ज की शिकायत रहने से बवासीर हो सकती है। बवासीर की बीमारी में मल त्याग के दौरान खून निकलने लगता है। यह मिश्री एनस के छालों को सुखाने में मदद करती है।
आंखों की रोशनी
आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए भी धागे वाली मिश्री बहुत फायदेमंद होती है। इसे काली मिर्च, बादाम के साथ खाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।
हाथ-पैरों में जलन
कई लोगों को हाथ और पैरों में जलन की परेशानी होती है। ऐसी स्थिति में वह हाथ और पैरों पर मक्खन में मिश्री मिलाकर लगाने से जलन कम हो जाती है।
धागे वाली मिश्री सेहत के लिहाज से बहुत फायदेमंद होती है। स्वास्थ्य से जुड़ी तमाम जानकारियों के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com