हाई ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ती समस्या है। खानपान और गलत जीवनशैली के कारण यह दिल की गंभीर बीमारियों का बड़ा कारण बनता जा रहा है। आइए कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. केके कपूर से जानते हैं बीपी कितना होने पर हार्ट अटैक का खरता होता है।
हाई बीपी और हार्ट अटैक
डॉक्टर्स के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण है। समय पर बीपी कंट्रोल न करने से हार्ट अटैक का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
सामान्य ब्लड प्रेशर कितना होना चाहिए?
सिस्टोलिक 120 mmHg और डायास्टोलिक 80 mmHg को सामान्य ब्लड प्रेशर माना जाता है। इस रेंज में दिल स्वस्थ रहता है और खतरा कम होता है।
हाई ब्लड प्रेशर कब माना जाता है?
अगर सिस्टोलिक 130-139 mmHg और डायास्टोलिक 80-90 mmHg के बीच हो जाए तो इसे हाई ब्लड प्रेशर की शुरुआती स्थिति मानी जाती है।
हार्ट अटैक का बढ़ता खतरा
जब ब्लड प्रेशर 140/90 mmHg से ऊपर पहुंचता है, तब हार्ट अटैक का खतरा तेजी से बढ़ने लगता है। इसे बिल्कुल नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
हाई बीपी से क्या नुकसान होते हैं?
हाई ब्लड प्रेशर से धमनियां फट सकती हैं। हार्ट अटैक के साथ-साथ स्ट्रोक, किडनी फेलियर और अन्य गंभीर समस्याओं का भी खतरा होता है।
हाई बीपी से कैसे बचें?
संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, योग और तनाव कम करने की आदत से हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल किया जा सकता है। हेल्दी लाइफस्टाइल जरूरी है।
बीपी की नियमित जांच क्यों जरूरी?
ब्लड प्रेशर के साइलेंट लक्षण होते हैं। इसलिए समय-समय पर बीपी जांच करानी चाहिए ताकि किसी भी खतरे को समय रहते पहचाना जा सके।
अगर ब्लड प्रेशर हाई हो रहा हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सही दवाइयों और सलाह से हार्ट अटैक जैसे खतरों से बचाव संभव है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com