Uric Acid को कम करेंगे ये काले बीज

By Himadri Singh Hada
19 Jan 2025, 18:00 IST

आजकल की असंतुलित जीवनशैली और खानपान की आदतों के कारण यूरिक एसिड की समस्या बढ़ रही है। यूरिक एसिड एक अपशिष्ट पदार्थ है।

कैसे बनता है?

शरीर में यूरिक एसिड प्यूरीन और प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से बनता है और यह किडनी के माध्यम से बाहर निकलता है। इसका लेवल बढ़ने से यह जोड़ों में जमा होने लगता है, जिससे गठिया जैसी समस्याएं होती हैं।

जोड़ों में दर्द

जब शरीर में इसकी ज्यादा मात्रा जमा हो जाती है, तो यह जोड़ों में दर्द, सूजन, और गठिया जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में इसे कम करना जरूरी है।

हेल्दी डाइट

अपनी लाइफस्टाइल में हेल्दी डाइट को शामिल करके यूरिक एसिड के लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। इसके लिए काले तिल का सेवन फायदेमंद होता है। ये यूरिक एसिड को कम करने में मददगार है।

काले तिल

काले तिल में एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो यूरिक एसिड के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं। इससे सूजन कम करने और जोड़ों के दर्द से राहत मिल सकती है।

पोषक तत्व

काले तिल में विटामिन बी, कैल्शियम, आयरन, जिंक और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर की मेटाबोलिज्म प्रोसेस को संतुलित करते हैं।

गठिया से राहत

काले तिल का सेवन करने से यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल किया जा सकता है, जिससे गठिया की समस्या में आराम मिलता है। इससे जोड़ों से जुड़ी कई समस्याओं से राहत मिलती है।

कब खाएं?

यूरिक एसिड को कम करने के लिए काले तिल के बीजों को सुबह के समय खा सकते हैं। इसके अलावा, तिल के तेल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है।

काले तिल और शहद

काले तिल को अच्छे से पीसकर इसमें शहद मिलाकर सेवन करें। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है और यूरिक एसिड को कंट्रोल करता है।

किसी भी बीमारी में काले तिल का सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें, ताकि सही मात्रा का सेवन किया जा सके। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com