गर्मियों में पेय पदार्थों की डिमांड बढ़ जाती है। ऐसे में सवाल उठता है - जूस ज्यादा हेल्दी है या मिल्कशेक? आइए न्यूट्रिशनिस्ट पायल अस्थाना से जानते हैं दोनों में से क्या है हेल्दी?
मिल्कशेक
मिल्कशेक दूध और फलों से बनता है। इसमें आइसक्रीम, चीनी और ड्राई फ्रूट्स भी मिलाए जाते हैं, जिससे इसका पोषण और कैलोरी दोनों बढ़ते हैं।
जूस
जूस शुद्ध फलों से बनाया जाता है। इसमें दूध या दही नहीं मिलाया जाता। यह हल्का, रिफ्रेशिंग और हाई वाटर कंटेंट वाला पेय होता है।
मिल्कशेक के पोषक तत्व
मिल्कशेक में कैल्शियम, फॉस्फोरस, जिंक, विटामिन A, E, B12, B5 और फोलेट जैसे तत्व होते हैं – हड्डियों और इम्यूनिटी के लिए फायदेमंद।
जूस में क्या होता है खास?
जूस में विटामिन C, B1, B2, B3 और B6 की भरपूर मात्रा होती है। इसमें सोडियम और फैट कम होता है, जो इसे डिटॉक्स ड्रिंक बनाता है।
किसके लिए बेहतर है मिल्कशेक?
अगर हड्डियां कमजोर हैं, कैल्शियम की कमी है या लो-ग्लाइसेमिक डाइट पर हैं, तो मिल्कशेक अच्छा विकल्प है - खासकर बिना चीनी के।
जूस क्यों है सबके लिए सेफ?
जिन्हें दूध या दही से एलर्जी है या लैक्टोज इंटोलरेंस है, उनके लिए जूस एक सेफ और हेल्दी विकल्प है। लो-कैलोरी डाइट के लिए भी बेस्ट।
सबसे हेल्दी ऑप्शन क्या है?
न्यूट्रिशनिस्ट पायल अस्थाना कहती हैं - सबसे पहले फल खाएं, फिर जूस और फिर मिल्कशेक। मतलब ताजगी में फल, पोषण में जूस बेहतर हैं।
अगर आप लो-फैट डाइट पर हैं तो जूस चुनें। अगर आपको ज्यादा एनर्जी और न्यूट्रिएंट्स चाहिए तो मिल्कशेक। सही विकल्प आपकी जरूरत पर है। स्वास्थ्य से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com