मानसून में यूरिन इन्फेक्शन ज्यादा क्यों होता है?

By Aditya Bharat
16 Jul 2025, 17:30 IST

मानसून का मौसम सिर्फ सुकून ही नहीं लाता, बल्कि कुछ बीमारियां भी बढ़ जाती हैं। इनमें से एक है यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन यानी UTI। लेकिन आखिर क्यों? आइए PubMed की रिपोर्ट से जानते हैं मानसून में यह समस्या ज्यादा क्यों हो जाती है?

बारिश का मौसम और नमी

मानसून में वातावरण में नमी बहुत बढ़ जाती है। इस नमी से बैक्टीरिया तेजी से पनपते हैं, खासकर प्राइवेट एरिया में। यही संक्रमण को बढ़ावा देता है।

गीले या टाइट कपड़े पहनना

बारिश में अक्सर कपड़े देर तक गीले रहते हैं या लोग टाइट सिंथेटिक कपड़े पहन लेते हैं। इससे स्किन सूख नहीं पाती है, और बैक्टीरिया को फैलने का मौका मिल जाता है।

कम पानी पीना

ठंडे मौसम में प्यास कम लगती है और हम अक्सर कम पानी पीते हैं। इससे यूरिन गाढ़ा हो जाता है और बैक्टीरिया आसानी से बढ़ने लगते हैं।

गंदे वॉशरूम का इस्तेमाल

बारिश में सफर करते समय साफ वॉशरूम मिलना मुश्किल हो जाता है। गंदे टॉयलेट्स का इस्तेमाल यूरिनरी इन्फेक्शन का बड़ा कारण बन सकता है।

पर्सनल हाइजीन की अनदेखी

मानसून में लोग अक्सर पर्सनल हाइजीन पर ध्यान नहीं देते। खासकर महिलाओं में यह लापरवाही UTI को जन्म दे सकती है।

इम्यूनिटी में गिरावट

बारिश के मौसम में कई लोगों की इम्यूनिटी कमजोर हो जाती है। कमजोर इम्यून सिस्टम इंफेक्शन से लड़ नहीं पाता, जिससे UTI का खतरा बढ़ जाता है।

जरूरी नहीं हर बार बुखार हो

UTI हमेशा तेज बुखार से नहीं आता। बार-बार पेशाब लगना, जलन या बदबूदार यूरिन भी इसके लक्षण हो सकते हैं। लक्षण दिखते ही डॉक्टर से मिलें।

साफ-सफाई रखें, सूती ढीले कपड़े पहनें और खूब पानी पिएं। बारिश में थोड़ी सी सावधानी से आप UTI से पूरी तरह बच सकते हैं। सेहत से जुड़ी और जानकारी के लिए पढ़ते रहें onlymyhealth.com